सुशांत सिंह राजपूत के जाने के बाद अब इस केस की पूछताछ ईडी कर रही है। क्योंकि सुशांत के परिवार वालो ने रिया के ऊपर सुशांत सिंह के पैसे लेने का आरोप लगाते हुए बिहार पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई है। जिसके बाद से ही ईडी की पूछताछ रिया से जारी है। इस पूछताछ में कई तरह के अहम खुलासे होते जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, इस केस की शुरुआत सुशांत सिंह के बैंक अकाउंट के खाते के 15 करोड़ रुपए से हुई थी जो अब उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट्स तक जा पहुंची है। इस मामले में पूछताछ के बाद रिया ने प्रवर्तन निदेशालय की टीम को बताया कि कुछ रकम कम्पनी का लेखा जोखा रखने वाले दो चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के नाम मार्च में खत्म हुए वित्तीय वर्ष के बीच में करीब दो करोड़ 65 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए।
बताया जा रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी बड़ी बहन के लिए एफडी बनाई थी। जो कि साढ़े चार करोड़ रुपए की थी। जिसमें सुशांत ने इस रकम को फिक्स डिपॉजिट करवाए थे। लेकिन जानकारी के मुताबिक, रिया के सुशांत की ज़िंदगी में आने के बाद दोनों चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने रिया और उसके भाई के साथ मिल कर अकाउंट में से करीब ढाई करोड़ रुपए पार करा दिए। इसका मतलब है कि फिक्स डिपॉजिट दो करोड़ ही रह गया। आपको बता दे, इसके अलावा भी ईडी को सुशांत सिंह के खातों से जुड़ी और जमा रकम के कई खास सबूत मिले है। जिसके लिए रिया ने इन सवालों के जवाब देने में काफी ज्यादा काफी ढुल मुल रवैया अपनाया है।
जानकारी के मुताबिक, सुशांत सिंह के पिता ने कहा था कि मेरे बेटे के एक बैंक स्टेटमेंट से पता चला कि उस बैंक के खाते में 17 करोड़ रुपए थे। पिछले 1 साल में 15 करोड़ निकाले गए हैं। जिन जगहों पर यह पैसे ट्रांसफर हुए, उनका मेरे बेटे से कोई लेना-देना नहीं था। मेरे बेटे के सभी खातों की जांच की जाए। इन बैंक खातों और क्रेडिट कार्ड से कितना पैसा रिया ने अपने परिवार और सहयोगियों के साथ धोखेबाजी से निकाला, इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने आगे बताया था कि उन्हें इस मामले में मुंबई पुलिस पर भरोसा नहीं है इसलिए उन्होंने बिहार में रिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। सुशांत के सीए ने अपने बयान में कहा कि रिया ने कुछ पैसे तो खर्च किए हैं लेकिन उनके अकाउंट में किसी तरह का बड़ा ट्रांसफर नहीं किया गया है। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि सुशांत की नेट वर्थ भी उतनी नहीं है जितना फैमिली द्वारा दावा किया जा रहा है।