लक्ष्य सेन और एच एस प्रणोय लगातार दो स्पर्धाओं में पहले दौर में ही आमने- सामने

mukti_gupta
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धर्मेश यशलहा. भारत के दो खिलाड़ी एच एस प्रणोय और लक्ष्य सेन दुनिया के टाप-10खिलाडियों में हैं, दोनों भारत की उम्मीद है , लेकिन नये साल की पहली दो विश्व टूर बैडमिंटन स्पर्धाओं में कोई एक ही आगे बढ़ सकेगा, 2023की पहली स्पर्धा मलेशिया खुली सुपर-1,000 के बाद योनेक्स सनराइज भारतीय खुली सुपर-750 स्पर्धा में भी दोनों को पहले दौर में ही आपस में खेलना हैं, नईदिल्ली में भारतीय खुली स्पर्धा में तो पुरुष एकल में भारत के तीन खिलाड़ियों को प्रविष्टि मिली हैं, और तीनों ही एक ही अपर क्वार्टर में हैं ! पूर्व विश्व नंबर एक जापान के केंतो मोमोता भी इसी क्वार्टर में हैं, किदांबी श्रीकांत को पहले दौर में ही विश्व नंबर एक डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन से खेलना है, इनमें से जो जीतेगा, वह दूसरे दौर में चीन के शी युकी से खेलेगा, सातवें क्रम के लक्ष्य सेन और एच एस प्रणोय ने जो जीतेगा, वह दूसरे दौर में पूर्व विश्व विजेता केंतो मोमोता या डेनमार्क के रास्मुस जेम्के से खेलेगा, फिर क्वार्टर फाइनल पहले क्रम के विक्टर एक्सेलसेन से, लगातार दो बड़ी स्पर्धा में आपस में ही पहले दौर के मुकाबले से दोनों चकित हैं और कह रहे हैं ये कैसा टूर्नामेंट साफ्टवेयर है , फिर हम टाप-8 में होकर भी आपस में ही..!!

लक्ष्य सेन और एच एस प्रणोय, दोनों को पिछले साल एक साथ ही देश का खेल सम्मान “अर्जुन पुरस्कार ” प्राप्त किया हैं,अच्छे मित्र भी हैं, स्पर्धाओं के दौरान रुकने के लिए कई बार होटल में एक कमरे एक साथ भी रुके हैं, लक्ष्य सेन कहते हैं कि अनुभवी प्रणोय से उन्हें प्रेरणा और मार्गदर्शन भी मिलता है, दोनों के बीच पिछले साल 2022में पांच बार आपस में मुकाबले हुए जिसमें तीन बार लक्ष्य और दो बार प्रणोय जीते हैं, पिछले मुकाबले में 20 अक्टूबर को डेनमार्क खुली स्पर्धा के दूसरे दौर में लक्ष्य ने प्रणोय को 21-9,21+18से तो इससे पहले 25अगस्त को विश्व बैडमिंटन स्पर्धा टोक्यो जापान में प्रणोय ने दूसरे दौर में ही लक्ष्य को 17-21,21-16,21-17 से हरा दिया था,
लक्ष्य सेन ने बातचीत में स्मैश को कहा कि “अब आपस में ही मैच है तो खेलेंगे ही, यह मैच अच्छा होने की उम्मीद है, मैं अपना श्रेष्ठ दूंगा और जीत के लिए खेलूंगा ”

30वर्षीय एच एस प्रणोय ने स्मैश से बातचीत में कहा”क्या कर सकते हैं, कोई चारा नहीं है, हमें आपस में खेलना ही होगा, मैं जीत के लिए खेलूंगा, क्या यह अजीब नहीं है कि भारतीय खुली स्पर्धा में तीन ही भारतीय थे , रह तीनों ही एक ही क्वार्टर में हैं, विश्व बैडमिंटन महासंघ को इस सिस्टम को बदलना चाहिए, टाप-10या टाप-12 का तो आपस में पहले दौर में मुकाबला नहीं होना चाहिए, हम इतनी मेहनत कर टाप रैंकिंग में आते हैं, अभी तो आपस में खेलेंगे ही, लक्ष्य सेन का भी मानना है कि टाप-16को आपस में ही पहले दौर में ही मुकाबला नहीं होना चाहिए, सीडिंग के बाद प्लेसमेंट भी ऐसा हो, टा-16के बाद के खिलाड़ी कहीं भी आ जाए.

भारतीय बैडमिंटन संगठन महासचिव संजय मिश्रा ने स्मैश को बताया कि ड्रा का काम टूर्नामेंट साफ्टवेयर का ही रहता है, ड्रा मेनुअल नहीं होता है, यह सही है कि 6-8 माह में 4-5 बार हो गया है कि लक्ष्य सेन और एच एस प्रणोय का पहले और दूसरे दौर में ही मुकाबला हो गया हैं, हम विश्व बैडमिंटन महासंघ के क्या नियम है,यह देखेंगे और जरुरत लगी तो क्या किया जाए, यह देखेंगे, लगातार दो स्पर्धाओं में पहले दौर में ही आपस में दोनों को खेलना पड रहा है, हम इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते हैं, विश्व बैडमिंटन महासंघ की जो ड्रा पद्धति है, उसको देखकर सुझाव दे सकते है.

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भारत के ही क्या चीन, जापान, थाईलैंड आदि देशों के खिलाड़ियों के भी आपस में मुकाबले पहले दौर में ही हो रहे हैं, अंतरराष्ट्रीय रैफरी भारत के गिरीश नातु का कहना है कि एक ही खिलाड़ी का आपस में मैच आना या नहीं आना यह तो साफ्टवेयर पर ही निर्भर है, नातु ने स्मैश को बताया कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि किसी खिलाड़ी का मैच बार-बार आपस में नही हो सकता हैं, सीडिंग के बाद कोई भी कहीं भी या दोबारा आ सकता हैं.

योनेक्स सनराइज भारतीय खुली सुपर 750 स्पर्धा

पीवी सिंधु जिससे पिछले साल हारी उसी से इस बार पहले दौर में ही मुकाबला : भारतीय महिला खिलाडियों में पांचवें क्रम की पी वी सिंधु का इस बार पहले दौर में ही मुकाबला थाईलैंड की सुपनिदा कतेथोंग से है जिससे वे पिछली बार सेमीफाइनल में हारकर उलटफेर का शिकार हो गई थी, वे बाद में सुपनिदा को हरा चुकी है,वैसे सिंधु को आसान हाफ मिला है, पांचवें क्रम की सिंधु का क्वार्टर फाइनल ओलंपिक विजेता तीसरे क्रम की चीन की चेन युफेई से हो सकता है, यदि साइना नेहवाल, डेनमार्क की मिआ ब्लिचफेल्ड से पहले दौर में जीती तो सिंधु से पहले चेन युफेई का मुकाबला दूसरे दौर में साइना नेहवाल से होगा, मालविका बंसोड़ को पहले दौर में पिछली विजेता थाईलैंड की बुसनान से खेलना है, आकर्षी कश्यप पहले दौर में अमेरिका की बेइवान झांग से खेलेगी.

पिछले साल के विजेता पांचवें ही क्रम के भारत के सात्विक साईंराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को पुरुष युगल के पहले दौर में डेनमार्क के जेपे बे और लासे मक्युल्हेदे से खेलना है, क्वार्टर फाइनल पहले क्रम के जापान के तकुरो होकि और युगो कोबायाशी से संभावित है जो विश्व विजेता हैं, ध्रुव कपिला और एम आर अर्जुन भी डेनिश जोड़ी छठवें क्रम के किम एस्ट्रुप और एंडर्स स्कारारुप रासमुस्सेन से पहले दौर में खेलेंगे, कृष्ण प्रसाद गर्ग और विष्णुवर्धन गोड पंजला, नीदरलैंड्स के रुबेन जिले और टैस वान डेर लेक से पहले दौर में खेलेंगे, मिश्रित युगल में ईशान भटनागर और तनिषा क्रास्टो को भी पहले दौर में डच जोड़ी से ही खेलना है.

ट्रेसा जोली और गायत्री गोपीचंद महिला युगल के पहले दौर में फ्रांसीसी जोड़ी से खेलेगी तो शिखा गौतम और अश्विनी भट को आठवें क्रम की मलेशिया की पियर्ली तान और थिनाह मुरलीथरन से खेलना है .