SIM Card Rule Change 2025 : आजकल लगभग हर व्यक्ति के हाथ में मोबाइल होता है। मोबाइल के बिना किसी का दिन गुजारना मुश्किल सा हो जाता है। यदि किसी का मोबाइल सिर्फ एक मिनट के लिए भी बंद हो जाए, तो उसे बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब एक नई खबर सामने आ रही है, जिसके अनुसार 1 जनवरी से लाखों सिम कार्ड रद्द हो सकते हैं। हालांकि, इस संबंध में अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक टेलीकॉम कंपनियों से डाटा मांगा गया है और दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा एक सख्त कदम उठाया जा सकता है। यह कदम पिछले साल की सिम-कार्ड वेरिफिकेशन की समय सीमा खत्म होने के बाद उठाया जा सकता है।
क्या है नया नियम?
दूरसंचार विभाग के मुताबिक, भारत के नागरिकों को अपने नाम पर अधिकतम 9 सिम कार्ड रखने की अनुमति है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में यह सीमा 6 सिम कार्ड तक सीमित है। यदि कोई नागरिक अपनी पहचान पर 9 सिम से अधिक कार्ड रखता है, तो वह अवैध माना जाएगा। इस नियम को लागू करने के पीछे मुख्य उद्देश्य ऑनलाइन धोखाधड़ी और आपत्तिजनक कॉल की घटनाओं को रोकना है। ऐसे अवैध सिम कार्डों को रद्द करने की योजना दूरसंचार विभाग के पास है, और जनवरी में इन्हें बंद किए जाने की संभावना जताई जा रही है। इस प्रकार का कदम पहले भी उठाया गया था, जब जनवरी में अवैध सिम कार्डों को बंद किया गया था।
किसे प्रभावित करेगा यह नियम?
यदि किसी यूजर के पास 9 से अधिक सिम कार्ड हैं, तो उसके सिम कार्ड की आउटगोइंग कॉल्स 30 दिनों के अंदर और इनकमिंग कॉल्स 45 दिनों में बंद कर दी जाएंगी। इसके बाद 60 दिनों के अंदर सिम कार्ड को पूरी तरह से डिएक्टिवेट करने की योजना भी बनायी जा रही है। इससे पहले भी दूरसंचार विभाग ने कई बार अवैध सिम कार्डों को स्वतः ही बंद करने की अपील की थी। विभाग का कहना है कि यदि कानून प्रवर्तन एजेंसियों, बैंक या किसी वित्तीय संस्थान से शिकायत मिलती है, तो संबंधित सिम कार्ड की आउटगोइंग कॉल 5 दिनों में और इनकमिंग कॉल 10 दिनों में बंद करने का आदेश दिया जाएगा।