लखनऊ। उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुआ मामला धीरे- धीरे आग पकड़ता जा रहा है। इसी कड़ी में अब कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार को लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे। साथ ही उन्होंने हिंसा में मारे गए लवप्रीत और रमन कश्यप के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू मौनव्रत और भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। साथ ही सिद्धू की मांग है कि जब तक केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती, वे हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
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सिद्धू ने मौनव्रत से पहले कहा कि जब तक अजय मिश्रा के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, जांच में शामिल नहीं होते। वे यहां भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उन्होंने कहा, इस बयान के बाद मैं मौन हूं और किसी से कोई बात नहीं करेंगे। इतना ही नहीं सिद्धू ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से घर वापस जाने की अपील की है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से लिखकर यह बात कही।
इससे पहले सिद्धू ने लवप्रीत सिंह के परिजनों के साथ मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट किया कि, न्याय में देरी, अन्याय के बराबर है। केंद्रीय मंत्री के बेटे द्वारा नृशंस हत्याओं के शिकार लवप्रीत के परिवार के साथ।
Justice Delayed – Justice Denied … With family of brave heart Lovepreet Singh (20), victim of brutal murders by Union Minister’s son pic.twitter.com/Oa3KQ5Gl0m
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 8, 2021
गौरतलब है कि, लखीमपुर हिंसा को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू और विपक्ष लगातार भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इससे पहले सिद्धू ने बुधवार को उन्होंने प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने पर भाजपा पर निशाना साधा था। सिद्धू ने ट्वीट किया था कि, 54 घंटे हो गए हैं, प्रियंका गांधी को किसी कोर्ट के सामने पेश नहीं किया गया है। 24 घंटे से ज्यादा किसी को अवैध तरीके से हिरासत में रखना मूल अधिकारों का उल्लंघन हैं। भाजपा और उत्तर प्रदेश पुलिस आप भारत के संविधान की भावना का हनन कर रहे हैं। आप बुनियादी मानवाधिकारों को ठेस पहुंचा रहे हैं।