लाड़ली बहना योजना : नेटवर्क नहीं मिलने से कर्मचारी परेशान, महिलाओं की भीड़ के बीच कहीं टंकी, तो कहीं पेड़ पर चढ़े

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रतलाम : मध्यप्रदेश में इन दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ‘लाड़ली बहना योजना’ को लेकर गांवों के साथ-साथ आदिवासी अंचल की महिलाओं में भी भारी उत्साह देखा जा रहा है। इस बीच रतलाम के समीप एक गाँव से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसे देखकर आप अंदाजा लगा सकते है कि गांवों में लाड़ली बहना योजना के फार्म आनलाइन भरने के लिए कर्मचारी को कितनी भारी मशक्कत करना पड़ रही हैं तब जाकर फॉर्म ऑनलाइन भर पा रहे है।

इतना ही नहीं आप इस फोटों में देख ही रहे होंगे की किस तरह एक करमारी बहनों को लाइन में खड़ा देखकर अपनी ईमानदारी से ड्यूटी निभा रहा है और पेड़ पर चढ़कर इस कार्य को पूरा करने में लगा हुआ है। इसी कड़ी में कई जगह नेटवर्क नहीं मिलने से कर्मचारी परेशान होकर गाँवों में कहीं पहाड़, पाने की टंकी पर, तो कहीं पेड़ पर चढ़कर पंजीयन का कार्य कर रहे है।

यह हैरान कर देने वाला नजारा रतलाम के पास ग्राम पंचायत जाम्बूखादन के ग्राम कानवा छावनी में देखा गया, जहां नेटवर्क नहीं मिलने से परेशान कर्मचारी पेड़ पर चढ़कर लाड़ली बहना के आवेदन भरने का काम करते नजर आये। बताया जा रहा है कि पेड़ पर चढ़े कार्य सचिव बीएल देवड़ा के साथ-साथ सहयोगी मोबलाइजर तारा बहन, सरपंच मानसिंह डामर द्वारा पंजीयन का कार्य किया जा रहा है।

सचिव बीएल देवड़ा ने बताया कि गांवों में नीचे बैठकर पंजीयन कार्य करने पर बार–बार नेटवर्क नो कनेक्शन की दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या को देखते हुए हम पेड़ पर बैठकर काम करना उचित समझ रहे है। हालांकि उन्हें पेड़ पर चढ़कर कार्य करने से बड़ी सफलता भी मिली है, जिसके मुताबिक उन्होंने आज नौ पंजीयन हुए हैं और अब तक कुल 189 पंजीयन किये जा चुके हैं।