लद्दाख से जुड़ी शुक्रवार को एक बड़ी खबर सामने आई थी। बताया गया कि एक चीनी सैनिक को भारतीय फौज अपनी गिरफ्त में ले लिया है। ये सैनिक भारत की सिमा में घूम रहा था। वहीं अब उस सैनिक को वापस भेजने की मांग की जा रही हैं। इसको लेकर एक भारतीय अधिकारी ने बताया कि एक चीनी सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा पार करके भारतीय सीमा में आ गया था, जिसे पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट पर भारतीय सेना द्वारा पकड़ लिया गया।
जानकारी के मुताबिक, सैनिक की गिरफ़्तारी ऐसे समय पर हुई जब भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने बड़ी संख्या में अपने सैनिकों की तैनाती लद्दाख में की हुई है। बता दे, इससे पहले भी कई बार चीनी सैनिक भारतीय सिमा में घुस चुके हैं। लेकिन अभी तक जो भी तनाव था वो अभी तक जारी हैं जिसकी वजह से इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा हैं। दरअसल, मई महीने में पैंगोंग झील क्षेत्र में हुई झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव जारी है जिसके परिणाम स्वरूप दोनों देशों ने लद्दाख क्षेत्र में अपने-अपने सैनिकों और सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा रखी है।
वहीं बीजिंग में चीनी सेना ने ये कन्फर्म किया है कि उनका एक सैनिक गलती से चीन-भारत सीमा क्षेत्र में गुमराह हो गया है। जिसको लेकर उनका कहना है कि रात के अंधेरे और जटिल भौगोलिक स्थिति की वजह से चाइनीज पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के फ्रंटियर डिफेंस फोर्स का एक जवान शुक्रवार की सुबह भारत-चीन सीमा से गुम हो गया है। पीएलए फ्रंटियर डिफेंस फोर्स ने भारतीय पक्ष को इस मामले में सूचित कर दिया है, इस उम्मीद में कि भारतीय पक्ष, खोए हुए चीनी सैनिक की खोज और बचाव में मदद करेगा।
आगे कहा गया लगभग दो घंटे बाद, भारतीय पक्ष की ओर से प्रतिक्रिया आई, यह पुष्टि करते हुए कि लापता सैनिक उन्हें मिल गया है और जैसे ही सक्षम प्राधिकरण से निर्देश मिल जाएंगे, चीन को उसका सैनिक वापस कर दिया जाएगा। भारत को एक समझौते की याद दिलाते हुए कहा कि भारतीय पक्ष को दोनों देशों द्वारा किए गए प्रासंगिक समझौतों का सख्ती से पालन करना चाहिए और बिना समय बर्बाद किए ही, खोए हुए चीनी सैनिक को चीन को वापस लौटा देना चाहिए, ताकि दोनों देशों के बीच सीमा तनाव को कम करने के लिए पॉजिटिव फैक्टर्स जोड़े जा सकें और दोनों देश संयुक्त रूप से सीमा पर शांति कायम रख सकें।