बेंगलुरु : पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने हिंदी दिवस पर बड़ा निशाना साधते हुए इस दिवस को अन्य भाषा-भाषियों पर हिंदी भाषा को थोपने की ‘गुप्त चाल’ बताया है. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से हिंदी दिवस को रद्द किए जाने की बात भी की. सोमवार को उन्होंने इसे लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए.
कुमारस्वामी ने ट्वीट में बताया कि कन्नड़ भाषियों के सौहार्दपूर्ण स्वभाव को उनकी कमजोरी के रूप में न देखा जाए. हिंदी भाषा के विरुद्ध ट्वीट करते हुई जनता दल सेकुलर (JDS) के नेता एच डी कुमारस्वामी ने कहा कि, देश विविध भाषाओं संस्कृतियों और परंपराओं की भूमि है और यहां कन्नड़ समेत अन्य भाषा-भाषियों पर हिंदी थोपने के लिए कई हथकंडे अपनाये जा रहे हैं और आज मनाया जाने वाला हिंदी दिवस भी इसी में शामिल है.
बता दें कि देशभर में 14 सितंबर का दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस हिंदी के प्रति विशेष सम्मान को दर्शाता है. आज ही के दिन 1949 में संविधान सभा ने एक मत से हिंदी को भारत की राजभाषा का दर्जा प्रदान किया गया. इसके बाद 14 सितंबर 1953 को पहली बार हिंदी दिवस मनाया गया.