भगवान राम जिस तरह भक्तों के लिए आराध्य हैं उसी तरह हनुमान जी भी भक्तों के लिए उतने ही पूजनीय है। अष्टसिद्धि, नौ निधि के दाता भगवान बजरंग बली जैसी भक्ति पूरे समाज के लिए आदर्श प्रस्तुत करती है। बता दे, हनुमानजी की उपासना से ही भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। आज हम आपको हनुमान जी के एक ऐसे प्रसिद्ध मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां की मनोकामनाएं हमेशा पूर्ण होती है। बता दे, राजस्थान के दौसा की दो पहाड़ियों के बीच स्थित मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर इनमें एक अलग स्थान रखता है।
कहा जाता है कि ये मंदिर अपने रहस्यों और विचित्र नजारों की वजह से भक्तों को काफी ज्यादा हैरत में डाल देता है। लेकिन उसके बावजूद भी प्रभुकृपा को देखकर भक्त उन्हें नमन कर गदगद हो उठते हैं। दरअसल, इस मंदिर में खासतौर पर ऊपरी बाधाओं से पीड़तों को लेकर आया जाता है, हनुमानजी के चरणों में पहुंचने के बाद व्यक्ति पूर्ण रुप से स्वस्थ्य होकर घर लौटता है।
यहां का प्रसाद नहीं ले जा सकते घर –
मान्यताओं के अनुसार, मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में लोग परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों या दोस्तों को ऊपरी बाधाओं से पीड़ित होने के बाद लेकर आते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर के किसी भी तरह के प्रसाद को आप न तो खा ही सकते हैं और न ही किसी को दे सकते हैं। ऐसे में यहां के प्रसाद को घर ले जाने की भी मनाही है। इतना ही नहीं यहां कोई भी खाने-पीने की चीज या सुगंधित चीज को आप यहां से अपने घर नहीं ले जा सकते हैं। क्योंकि ऐसा करने से ऊपरी साया आप पर आ जाता है।
2 बजे लगता है दरबार –
जानकारी के मुताबिक, इस मंदिर में ऊपरी बाधाओं के निवारण के लिए आने वाले लोगों का तांता लगा रहता है। हर रोज 2 बजे प्रेतराज सरकार के दरबार में पेशी (कीर्तन) होता है। ऐसे में यहीं पर लोगों पर आए ऊपरी साए को दूर किया जाता है।