हिन्दू धर्म के अनुसार पूर्णिमा का विशेष महत्त्व माना जाता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का अपना अलग ही महत्त्व होता हैं। कहा जाता है। स्नान करने के साथ ही इस दिन दान और ध्यान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। साल में 12 पूर्णिमा तिथियां आती है। जिसमें पूर्ण सूर्योदय होता है। वहीं माघ महीने की पूर्णिमा का अपना अलग महत्व है।
जी हां, माघ महीने की पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इसमें लोग पवित्र नदियों और मुख्य रूप से गंगा नदी में स्नान करने बड़ी दूर दूर से जाते हैं। इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। आज हम आपको इस पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त और स्नान का महत्त्व बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं।
इस महीने में पूर्णिमा 27 फरवरी को आ रही हैं। इस दिन शनिवार है। हर मास के शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा तिथि होती है और उसी तिथि से नए माह की शुरुआत होती है। कहा जाता है कि माघी पूर्णिमा या माघ पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपनी पूर्ण कलाओं के साथ उदित होता है।
शुभ मुहूर्त –
माघ पूर्णिमा आरंभ- 26 फरवरी 2021 (शुक्रवार) को दोपहर 03 बजकर 49 मिनट से।
माघ पूर्णिमा समाप्त- 27 फरवरी 2021 (शनिवार) दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर।
महत्त्व-
जानकारी के अनुसार, माघ पूर्णिमा में चन्द्रमा अपनी संपूर्ण कलाओं से भरा होता है। माघ पूर्णिमा में विशेष रूप से भूखे और गरीबों को भोजन कराएं जिससे आपको पुण्य की प्राप्ति हो सके। माघ पूर्णिमा की पूर्णिमा पर चंद्रमा मघा नक्षत्र और सिंह राशि में होता है। इसलिए कहते है कि इसकी पूर्णिमा अत्यंत फलदायी होती है। इस दिन गंगा स्नान करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।