जानें कब है होलाष्टक? होलिका दहन तक वर्जित रहते है ये सभी शुभ कार्य

Ayushi
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हिन्दू धर्म में होली का काफी ज्यादा महत्व माना गया है। लेकिन होली से आठ दिन पहले सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। इस समय विधि को होलाष्टक कहा जाता है। ये फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से शुरू हो जाता है जो कि होलिका दहन तक रहजता है इसे होलाष्टक कहा जाता है।

इस साल होलाष्टक 22 मार्च से 28 मार्च तक रहेगा। इस समय में शुभ कार्य वर्जित माना जाता है। लेकिन इसमें जन्म और मृत्यु से जुड़े काज किए जा सकते हैं। बता दे, 8 दिन तक मांगलिक कार्यों की मनाही होती है। इसलिए इसमें शादी-विवाह, भूमि पूजन, गृह प्रवेश, मांगलिक कार्य, नया व्यवसाय या नया काम शुरू नहीं करना चाहिए।

इसके साथ ही होलाष्टक शुरू होने के साथ ही 16 संस्कार जैसे नामकरण संस्कार, जनेऊ संस्कार, गृह प्रवेश, विवाह संस्कार जैसे शुभ कार्यों पर भी रोक लग जाती है। वहीं नव विवाहिताओं को इन दिनों में मायके में रहने की सलाह दी जाती है। साथ ही किसी भी प्रकार का हवन, यज्ञ कर्म भी इन दिनों में नहीं किया जाता है।