जानें कब से शुरू हो रही आषाढ़ गुप्त नवरात्रि, व्रत रखते समय रखें इन बातों का ध्यान

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Ashadha Gupt Navratri 2023:हिंदू मान्यता के अनुसार कोई भी साधना शक्ति के बिना संपन्न नहीं हो सकती। ऐसे में शक्ति का आशीर्वाद पाने के लिए गुप्त नवरात्रि में यदि आप पूजा करने जा रही हैं। तो आपको यह साधना तन और मन से शुद्ध होने के बाद गुप्त रूप से करना चाहिए।

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गुप्त नवरात्रि की साधना करने के लिए साधक को अपने घर में ईशान कोण में एक पवित्र और शांत स्थान चुनना चाहिए। वहां पर किसी भी प्रकार का व्यवधान ना आ सके। गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी के भक्तों को पूजा के दौरान लाल रंग के वस्त्र, लाल रंग के पुष्प, मिठाई आदि का प्रयोग करना चाहिए। इसी प्रकार पूजा करने के लिए आसन भी लाल रंग का प्रयोग में लाना चाहिए। यदि लाल रंग का आसन हो तो और भी ज्यादा अच्छी बात है।

गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा की साधना करने वाले साधक को व्रत के इन 9 दिनों में हमेशा सूर्योदय से पहले उठने का प्रयास करना चाहिए। सुबह सूर्योदय से पहले उठना अच्छा माना जाता है और भूल कर भी देर तक नहीं सोना चाहिए इसी प्रकार नवरात्रि की व्रत रखने वाले साधक को दिन में नहीं सोना चाहिए।

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की पूजा को प्रतिदिन एक निश्चित समय पर करना चाहिए और पूरे 9 दिनों तक देवी निवासी उद्योगपति आदि से पूजा करते हुए उनकी मंत्र का कम से कम एक माला जप जरूर करना चाहिए।