राहु को पापी और क्रूर ग्रह माना जाता है। दरअसल, 9 ग्रहों में इसे जातकों के जीवन में अधिक असर डालने वाला माना जाता है। ज्योतिषों के अनुसार, राहु ग्रह कुंडली में स्थित 12 भावों पर कई प्रभाव डालता है। इसका पूरा असर जीवन पर पड़ता है। साथ ही राहु से अशुभ फल देता है। हालांकि मजबूत होने पर मनुष्य को अच्छे परिणाम मिलते हैं। कहा जाता है कि राहु किसी राशि का स्वामित्व नहीं है। ऐसे में मिथुन राशि में उच्च और धनु राशि में नीच भाव में होता है। आइए जानते हैं राहु व्यक्ति के जीवन में क्या-क्या असर डालता है।
आपको बता दे, राहु के शुभ प्रभाव से जातक की वाक् पटुता (हाजिरजवाबी) बहुत अच्छी होती है। दरअसल, जातक अपने बड़े से बड़े शत्रु को भी मित्र बना लेने की क्षमता रखता है। ऐसे में विकट परिस्थिति से बाहर निकलने की प्रबल क्षमता तथा युक्तिबल काफी अच्छा होता है। कहा जाता है कि राहु के शुभ-प्रभाव से जातक विदेशों में नौकरी करने तथा राजनीति में सफलता के गुण प्राप्त होते हैं।
राहु के शुभ प्रभाव से अथक परिश्रम से जातक को थकान नहीं होती है। ऐसा भी ज्योतिषों के अनुसार कहा जाता है कि राहु के अशुभ प्रभाव से जातक बहुत अधिक झूठा (मक्कार) हो जाता है। बेवजह, काल्पनिक भय उत्पन्न हो जाता है। दरअसल, कई बार राहु के दुष्प्रभाव से अपयश और कलंक का भागी होना पड़ता है।
ज्योतिषों के अनुसार, अशुभ राहु के असर से धोखाधड़ी और छल, कपट की प्रवृत्ति प्रबल होती है। इसके अशुभ प्रभाव से जातक की वाणी में कठोरता उत्पन्न होती है। इसके अशुभ-प्रभाव से व्यक्ति नशे के कार्य में ज्यादा रूचि लेता है। ऐसे में व्यक्ति निष्ठाहीन हो जाता है साथ ही अपने नैतिक जिम्मेदारी से भटक जाता है।
विश्वास का पात्र नहीं रह जाता है। इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए जातक काले कपड़े, खट्टे फल, सरसों का तेल, तिल का तेल, गुड़ इत्यादि इन सब चीजों का दान करें। गाय को हरा चारा खिलाने से राहु का प्रभाव कम होता है। राहु के जितने दुर्गुण हैं जैसे झूठ बोलना, छल-कपट, लाचार व्यक्ति के प्रति हीन भावना इत्यादि बुरे कर्मों से दूर रहें।
यदि राहु का प्रकोप बहुत ज्यादा है तो इसके लिए राहु शांति का अनुष्ठान कराएं। रविवार के दिन दोपहर के समय भगवान भैरव जी के दर्शन करने से आपको लाभ मिलेगा। राहु के प्रभाव से जो विकट बाधा उत्पन्न होने वाली है, वह दूर हो जाएगी। व्यापारिक और नौकरीपेशा में राहु का प्रकोप हो, तो उसके लिए जातक भगवान गणेशजी की पूजा करें, तथा उन्ह राहु