कतर में मौत की सजा पाने वाले पूर्व भारतीय नौ सेना के 8 जवानों को रिहा कर दिया गया है. रिहा हुए सभी पूर्व जवान भारत पहुंचे और सरकार और प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया.वही इस बीच सोशल मीडिया पर अभिनेता शाहरूक खान का ऐंगल वायरल होने लगा । इतना ही नही इंटरनेत पर लोग शाहरूक भारतीय नागरिकों को छुड़ाने के लिए अभिनेता के योगदान का जिक्र करने लगे। इसके बाद शाहरूक खान के दफ्तर की ओर से बयान में कहा गया है कि ऐसे तमाम दावे निराधार हैं. इस मामले में शाहरुख शामिल नहीं हैं.शाहरुख खान ने उन तमाम दावों को खारिज कर दिया है.
आपको बता दें पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक्स पर मंगलवार को दावा किया कि कतर से नौसैनिकों को छुड़ाने में शाहरुख खान ने भूमिका निभाई है. उन्होंने लिखा, “मोदी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) को अपने साथ शाहरुख खान को कतर ले जाना चाहिए क्योंकि जब विदेश मंत्रालय और एनएसए कतर के शेखों को मनाने में फेल हो गए तो मोदी ने खान से हस्तक्षेप की गुज़ारिश की. इसके बाद हमारे नौसेना अधिकारियों को आजाद करने के लिए एक महंगा सेटलमेंट हुआ.”
इस बीच शाहरुख की मैनेजर पूजा की ओर से जारी आधिकारिक बयान में लिखा है,कतर से भारत के पूर्व नौसैनिक अधिकारियों की रिहाई में शाहरुख खान की कथित भूमिका से संबंधित रिपोर्टों के संबंध में शाहरुख खान की भागीदारी के ऐसे सभी दावे निराधार हैं. इस सफलता के पीछे भारत सरकार और उनके अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है. शाहरुख खान की इसमें कोई भी भागीदारी नहीं है.
बयान में कहा गया है कि इस काम को भारत सरकार के अधिकारियों ने किया है और शाहरुख के इसमें शामिल होने से स्पष्ट रूप से इनकार करते हैं. आगे लिखा गया है कि डिप्लोमेसी से जुड़े तमाम मामलों को सही तरीके से काबिल लीडर्स ही हैंडल करते हैं. शाहरुख अन्य कई भारतीयों की तरह नौसेना के अधिकारियों के सुरक्षित घर लौटने से खुश हैं और उन्हें शुभकामनाएं देते हैं.
गौरतलब है कि साल 2022 में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को हिरासत में लिया गया था. उनपर इसराइल के लिए जासूसी का आरोप लगाया गया था. तब से वो कतर की जेल में थे. कुछ वक्त पहले इन अधिकारियों को सजा-ए-मौत दी गई थी. हालांकि अब आठ में से सात अधिकारी वापस देश लौट आए हैं और आठवां अधाकिरी भी कागज़ी कार्रवाई पूरी होने पर देश लौट जाएगा.