वैलेंटाइन वीक में जाने अपने हाथ की विवाह रेखा का महत्व

Share on:

हस्‍तरेखा शास्‍त्र के अनुसार जीवन की सभी बातो की भविष्यवाणी की जा सकती है। हाथ की रेखाओ में वो सब कुछ लिखा होता है जिसे जानने की हर व्यक्ति में एक अलग सी जिज्ञासा होती है, जैसी कि नौकरी से जुडी बात, स्वास्थ्य से जुडी बाते और सबसे ख़ास जीवन साथी से जुडी मतलब की विवाह के योग इत्यादि की जानकारी इन हाथ की रेखाओ से पता लगायी जा सकती है। इतना ही नहीं ये रेखाएं समय के साथ परिवर्तित भी होती रहती है जिससे बने काम बिगड़ भी सकते है और बिगड़े काम सुधर भी जाते है.

बहुत से युवक और युवती अपनी विवाह न होने को चिंतित रहते है और कुछ विवाह के बाद के जीवन के बारे में सोचते रहते है, हस्‍तरेखा शास्‍त्र के अनुसार वैवाहिक जीवन और प्रेम संबंधों में आने वाली द‍िक्‍कतों का संकेत हथेली की रेखाएं पहले ही दे देती हैं, इतना ही नहीं अगर समय रहते इन्‍हें समझा जाए तो र‍िश्‍ते में दरार आने से बचा जा सकता है। इन रेखाओ के परिवर्तन से विचार धरा में भी बदलाव आता है और हथेली की रेखाओं में बदलाव को देखते हुए सतर्क रहा जा सकता है।

बता दे कि हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के हाथ की विवाह रेखा से प्रेम संबंधों और वैवाहिक जीवन से जुड़ी कई बातों की जानकारी मिलती है, और ये रेखा व्यक्ति के हाथ की सबसे छोटी उंगली यानी कनिष्ठिका के नीचे वाले भाग में विवाह रेखा होती है। इस रेखा के अनुसार विवाह रेखा स्पष्ट और गहराई वाली शुभ मानी जाती है, साथ ही स्पष्ट विवाह रेखा वाले व्यक्तियों का वैवाहिक जीवन खूबसूरत होता है। लेकिन ध्यान रहे कि अगर विवाह रेखा टूटी हुई होती है तो दाम्पत्य जीवन में अड़चन आती है। जिसका व्यक्ति को ध्यान रखना पड़ता है। अगर किसी की विवाह रेखा हलकी हो और आगे चलकर गहरी हो जाये तो ऐसे व्यक्ति के जीवन में दिन प्रतिदिन प्रेम भाव बढ़ता ही जाता है।