जानिए कैसे बदल गया महाराष्ट्र की राजनीति का सियासी खेल, एक घंटे में नेता विपक्ष से डिप्टी CM बन गए अजित पवार

Deepak Meena
Updated on:

मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है और शरद पवार की एनसीपी टूट के कगार पर पहुंच गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजित पवार ने आखिरकार बगावत कर ही दी है। एनसीपी नेता अजित पवार शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली है। वे अपने कुछ समर्थक विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे और मंत्री पद की शपथ ली।

शरद पवार से जिस तरह से पिछले दिनों पार्टी संगठन में फेरबदल किया था। उसके बाद से उनके भतीजे अजीत पवार की नाराजगी की खबरें सामने आई थीं। अजित पवार ने रविवार को ही अपने आवास पर पहले पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई और फिर सीधे राजभवन पहुंच गए। राजभवन में CM एकनाथ शिंदे और डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस मौजूद है।

Also Read: राकांपा के 9 विधायकों ने भी ली मंत्री पद की शपथ, अजित पवार ने NCP के नाम और सिंबल पर ठोका दावा

इस मोके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, महाराष्ट्र में अब ट्रिपल इंजन की सरकार हो गई है। अब हमारे पास 1 मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री हैं। डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन बन गई है। महाराष्ट्र कैबिनेट में एनसीपी के बागी नेता अजित पवार सहित छगन भुजबल, दिलीप वलसे, हसन मुश्रीफ भी मंत्री बने हैं।

Also Read – विधानसभा चुनाव से पहले CM शिवराज ने दिया बड़ा आदेश, मध्यप्रदेश में अगस्त तक होगी 1 लाख पदों पर बंपर भर्ती

अजित पवार शरद पवार से नाराज चल रहे हैं। छगन भुजबल ने महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली। अजित पवार के साथ 18 विधायक भी हैं। उनके साथ उनकी पार्टी एनसीपी के 9 विधायक भी शपथ ले रहे हैं। एनसीपी में टूट के बाद शरद पवार ने अपनी पहली प्रतिक्रिया पर कहा कि हम मजबूत हैं और नए सिरे से उठेंगे। अजित यहां महाराष्ट्र के सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस की मौजूदगी में एनडीए में शामिल हो गए।

महाराष्ट्र की राजनीति में आए इस भूचाल के बाद शरद पावर ने बयान जारी करते हुए कहा है कि मैंने ऐसी बगावत पहले भी देखी है, मैं फिर से पार्टी खड़ी करके दिखाउंगा।गौरतलब है कि भतीजे की बगावत के बाद अब शरद पवार की NCP बिखरने की स्तिथि में आ गई है, हालांकि अब देखना होगा की इस बड़े उलटफेर के बाद अब पार्टी को बचाने के लिए शरद पवार आगे किस तरह का कदम उठाते हैं। बताया जाता है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में काम करने का अवसर नहीं दिए जाने के बाद अजित असंतुष्ट थे।