कांग्रेस की हरदा से निकली किसान दांडी यात्रा पहुंची भोपाल, राजभवन में सौंपा ज्ञापन

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भोपाल: जिला कांग्रेस कमेटी हरदा के तत्वाधान में केंद्र सरकार के किसान विरोधी अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस ने हरदा से भोपाल तक “किसान दांडी पद यात्रा निकाली”। वर्तमान परिदृश्य और कोरोना संकट काल मे देश की अर्थव्यवस्था के संकटमोचक के रूप में किसानों ने काम किया है जिसके कारण विपरीत परिस्थितियों में भी अर्थव्यवस्था को आधार मिला है किंतु इसके बावजूद केंद्र और राज्य सरकार की किसान विरोधी एवं दमन कारी नीतियों के कारण किसानों पर संकट के बादल छाए हैं जिसके कारण किसान कर्ज और कंपनी खेती के दुष्चक्र में फंसता जा रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी देश और किसानों को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाना चाहते थे इसके विपरीत भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार भाषणों में आत्म निर्भरता की बात तो करती है लेकिन कृषि और किसानों को विदेशी कंपनी और उद्योगपतियों का गुलाम बनाना चाहती है सरकार की इस नीति और नियत के खिलाफ महात्मा गांधी जी के 150वीं जयंती वर्ष में किसानों के अधिकार के लिए किसान दांडी यात्रा घंटाघर जिला हरदा से भोपाल तक निम्न मुद्दों पर प्रारंभ की गई।

पूर्व मंत्री श्री पीसी शर्मा, जिला कार्यवाहक अध्यक्ष सुखलाल ठाकुर सहित जिला भोपाल के कांग्रेस जनों ने भोपाल पहुंची किसान दांडी यात्रा में शामिल किसानों को स्वागत किया। बाद में सभी किसानों ने राज्यभवन पहुंचकर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।

किसान दांडी पद यात्रा के माध्यम से सरकार से 9 सूत्रीय मांग करते हुए किसानों ने कहा है कि कृषि और किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों किसान विरोधी अध्यादेशों (मंडियों का निजीकरण, खेती का निजी करण (कंपनी खेत) और आवश्यक वस्तु अधिनियम) को वापस लिया जाए एवं सभी फसलों की खरीदी समर्थन मूल्य पर सुनिश्चित की जाए। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित में लिए गए कैबिनेट निर्णय का लाभ तुरंत किसानों को दिया जाए जैसे पिछले वर्ष नुकसानी की 75% शेष राहत राशि, फसलों का भाव अंतर भुगतान की राशि कर्ज माफी और गेहूं का बोनस आदि। इस वर्ष प्राकृतिक आपदा से फसल नुकसान की भरपाई हेतु आरबीसी 64 के तहत 40000 प्रति हेक्टेयर राहत राशि दी जाए, इस वर्ष गेहूं का बोनस दिया जाए एवं सरकार द्वारा मूंग फसल की एमएसपी पर खरीदी की घोषणा उपरांत खरीदी नहीं होने से हुए नुकसान की भरपाई हेतु भाव के अंतर की राशि दी जाए। अमानक खाद बीज दवाई के कारण हुए किसानों के आर्थिक नुकसान की भरपाई कंपनी द्वारा की जाय एवं कंपनियों पर कठोर कार्यवाही की जाए। गौशाला में गोपालन के खर्च में की गई कटौती के निर्णय को वापस लिया जाए एवं आवारा पशुओं से फसल बचाव के उचित कदम उठाए जाएं हरदा जिले की चौकड़ी समिति में हुए घोटाले की निष्पक्ष जांच कर दोषी अधिकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए एवं किसानों का भुगतान तुरंत किया जाए और खरीदी किए गए चने की गुणवत्ता का निरीक्षण समस्त किसान संगठनों के समक्ष की जाए सभी बैंक द्वारा काटा गया है वर्षों के कारण वर्षा के कारण मूंगफली सोयाबीन की फसल नहीं होने के कारण नुकसानी और भाई के बाद खराब हुई फसल की भरपाई RBC 6.4 जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा सहकारी समिति के माध्यम से किसानों को दिया जाए वर्तमान फसल बीमा की राशि दी जाए एवं आगामी फसल खाद बीज उपलब्ध की जाए।

9 सूत्रीय इन मांगों को लेकर भोपाल पहुंची किसान दांडी पद यात्रा में जिला कांग्रेस कमेटी हरदा के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण पंवार, किसान कांग्रेस मध्यप्रदेश के कार्यवाहक अध्यक्ष केदार सिरोही, जिला सहकारी बैंक हरदा के पूर्व अध्यक्ष बद्री पटेल सांगवा, हेमंत टाले, मोहन सांई, उमाशंकर विश्नोई, रविशंकर शर्मा, शैतान सिंह चौहान, मदन जी गौर, सेठी पटैल, गणेश पटैल, राजेश पटैल व सुहागमल विश्नोई सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेस जन शामिल थे।