नई दिल्ली: कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसान के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिसके चलते कई किसानो की मौत की खबर सामने आयी है. ऐसा ही एक मामला बहादुरगढ़ के टिकरी से सामने आया है जहा गुरवार को एक किसान की मौत हो गयी. दरअसल मृतक किसान वेद, हरियाणा के कैथल जिले का रहना वाला था. इनकी मौत भी इस किसान आंदोलन के दौरान हार्ट अटैक से हुयी है. बता दे कि अभी तक क 25 किसान अपनी जान गवां चुके हैं. बावजूद इसके टिकरी बॉर्डर पर लगातार आंदोलन कर रहे किसानो की मौत हो रही है. वहीं किसान आंदोलन के चलते सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर भी गुरुवार को एक किसान की हृदय गति रुकने से मौत हो गई. मिली जानकारी के अनुसार यहाँ भी 12 किसान इस आंदोलन में अपनी जान गवां चुके हैं.
सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन के दौरन हार्ट अटैक के कारण जिस किसान की मौत हुयी है वो पंजाब के लुधियाना का रहने वाला था और उसकी उम्र 34 साल थी. यह किसान भी आंदोलन में पिछले कई दिनों से शामिल था. मौत के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में भेज दिया है. मृतक किसान के साथी ने बताया कि आंदोलन में हुयी मौत की जिम्मेदार सरकार है. हम किसी भी चीज की जबरदस्ती नहीं कर रहे है,साथ ही उन्होंने कहा की “यह हमारा हक है और हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी”
किसान आंदोलन को चलते हुए लगभग 60 दिन हो चुके है और इसे लेकर कई बैठके भी सम्पन्न हो चुकी है जो कि बेनतीजा रही है. इस आंदोलन को लेकर माहौल काफी गरमाया हुआ है. और इसी बीच हुयी किसान की मौत की जानकारी देते हुए कुंडली थाना प्रभारी रवि कुमार ने बताया कि एक किसान जगत सिंह जो कि लुधियाना का रहने वाला था उसकी मौत हो गई है. हृदय गति रुकने से मौत बताई जा रही है.पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा.