किडनी-लीवर में इंफेक्शन से बिगड़ी तबियत, वैक्सीन को ठहराया था जिम्मेदार

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देश में कोरोना की वैक्सीन टीकाकरण महाभियान शुरू हो चुका है, और इस मामले में भारत अमेरिका और यूके जैसे देशों से भी आगे निकल गया है, बता दे कि शुरआत के 6 दिनों में भारत में लगभग 10 लाख लोगों को टीका लगा दिया गया है वही ब्रिटेन को इस आंकड़ेें तक पहुंचने में 18 दिन लगे थे, और बात सुपर पावर अमेरिका की करे तो उसे यह करने में तकरीबन 10 दिन लग गए थे। अब इन आकड़ो को देरखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत ने कोरोना की वैक्सीन टीकाकरण में सबसे आगे बाज़ी मार ली है। लेकिन भारत में वैक्सीन के टीकाकरण के बाद लोगो में वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव के कुछ मामले भी नजर आये है जिसके बाद इस विषय को लेकर कई अफवाह भी उड़ाई जा रही है, जिसके बाद एक डॉ को वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट होने का मामला सामने आया है।

जानकारी के मुताबिक टीकाकरण के दौरान कई लोगों में कुछ मामूली साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिल रहे है लेकिन डॉक्टरों का कहना है “इसमें घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि ऐसे लक्षण वैक्सीनेशन के बाद आम बात हैं” बावजूद इसके आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे दावा किया गया था कि वैक्सीन के ठीके लगने के बाद महिला डेंटिस्ट की तबियत खराब हुई थी। दरसल कुछ दिनों पहले महिला डेंटिस्ट को सरकारी अस्पताल में कोरोना वैक्सीन दी गई थी जिसके बाद उनकी तबियत खराब हो गयी थी। लेकिन जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने इस मामले की जाँच की तो पता चला की महिला डेंटिस्ट की तबियत लीवर और किडनी में गंभीर संक्रमण से खराब हुई थी और इसका वैक्सीन से कोई लेना देना नहीं है।

DMHO ने बतायी पूरी बात-
वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव के मामले में DMHO ने बताया कि “वैक्सीन लेने के बाद डेंटिस्ट को बुखार हुआ था, इसके बाद उन्होंने दवा ली, लेकिन मंगलवार को अचानक उनका ब्लड प्रेशर कम हो गाया जिस कारण उन्हें चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, बता दे की फिलहाल महिला डेंटिस्ट की हालत गंभीर है। “लेकिन उन्हें पता चला कि इसके पहले ही उनका इलाज एक निजी अस्पताल में हुआ था, जहां ये साफ़ जाहिर हो चूका है कि उनकी तबियत बिगड़ने के पैसा वैक्सीन नहीं बल्कि किडनी और लीवर में इंफेक्शन था।