Kota Kidnapping Case : शिवपुरी की NEET की तैयारी कर रही एक छात्रा के राजस्थान के कोटा में अपहरण होने की सनसनीखेज खबर झूठी निकली है। कोटा पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि लड़की ने ही अपने दोस्तों के साथ मिलकर यह योजना रची थी।
पुलिस के अनुसार, लड़की ने अपने इंदौर में रहने वाले दोस्त के घर के किचन में खुद तस्वीरें खिंचवाई थीं और उन्हें बंधक बनाकर 30 लाख रुपये फिरौती की मांग की थी।
बता दें कि, यह मामला उस समय काफी ज्यादा चर्चा में आ गया जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पर संज्ञान लिया था।
सिंधिया ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से फोन पर बात कर लड़की को सुरक्षित घर लाने की बात कही थी। मुख्यमंत्री ने भी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए थे। कोटा एसपी ने 20 हजार का ईनाम भी घोषित किया था।
इस पूरे मामले के बारे में एसपी अमृता दुहन ने बताया है कि छात्रा व उसके दोस्त का यहां पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था। वे विदेश में पढ़ाई करना चाह रहे थे, उसके लिए उन्हें पैसे की जरूरत थी। पैसों के लिए ही उन्होंने अपहरण की झूठी कहानी रची।
उन्होंने बताया की छात्रा अपने दोस्त के साथ इंदौर में ही रह रही है। छात्रा के दो अन्य दोस्त पुलिस का सहयोग कर रहे हैं। उनमें से एक दोस्त ने पुलिस को बताया कि छात्रा को बंदी बनाने का जो फोटोज माता-पिता को भेजे गए हैं वो इंदौर स्थित मकान की रसोई में ही खींचे गए थे।