विपिन नीमा
इंदौर। शर्मनाक पिच .. भारत शर्मनाक हार… शर्मसार इंदौर …। होलकर स्टेडियम में आयोजित टेस्ट मैच के पहले ही दिन 14 विकेट गिरे थे तब से ही खराब पिच को लेकर सवाल उठने लगे थे। दूसरे दिन 16 विकेट गिरे तब ऑस्ट्रेलिया की मीडिया ने पिच पर चढ़ाई शुरू कर दी थी । देखते ही देखते विश्व क्रिकेट में होलकर के पिच पर किच किच शुरू हो गई। भारतीय क्रिकेट एक्सपर्ट्स भी इस तरह की पिच की आलोचना करने लगे है। होलकर का भविष्य आईसीसी ओर बीसीसीआई के हाथ में है। सवाल यह उठ रहा है कि आखिरी बीसीसीआई इस तरह की पिच को बनाने की मंजूरी कैसे दे सकती है।
सबसे बड़े फार्मेट की ये सबसे बड़ी घटना
संयोग देखिए…. .. 26 साल पहले इंदौर के नेहरू स्टेडियम की पिच खराब होने के कारण भारत और श्रीलंका के बीच वन डे मैच स्थगित करना पड़ा था। इस घटना से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंदौर का मुँह काला हो गया था। इसके बाद देश के किसी भी टेस्ट सेंटर पर मैच के दौरान खराब पिच को लेकर कोई घटना नही हुई। 26 साल बाद फिर से पिच खराब की घटना हुई तो वो भी इंदौर में ही हुई है। इस बार यह घटना होलकर स्टेडियम में हुई। हालांकि पिच को लेकर कुछ क्रिकेट मैदानों पर छूट -पुट घटना हुई होगी , लेकिन क्रिकेट के सबसे बड़े फार्मेट की ये सबसे बड़ी घटना है।
26 साल पहले क्या हुआ था जानिए पूरा घटना क्रम
26 साल पहले यानी 25 दिसंबर 1997 को
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम पर इंडिया और श्रीलंका के बीच वन डे मैच खेला जा था। मैच शुरू होते ही अभी तीन ओवर का खेल हुआ ही था कि विकेट पर गेंद टप्पा खाने के बाद विकेट की धूल उड़ने लगी और असामान्य उछाल लेने लगी । बाद अचानक खरतनाक हुई पिच को देखकर अंपायर ने तत्काल मैच स्थगित कर दिया था। इस घटना से क्रिकेट जगत में इंदौर बदनाम हो गया।
पिच रिपोर्ट के आधार पर ICC ने बीसीसीआई को कार्यवाही के लिए निर्देश दिए। इसके बाद नेहरू स्टेडियम को निलंबित करते हुए ने इंदौर को मैच देने पर रोक लगा दी। इस तरह नेहरु स्टेडियम से क्रिकेट की हमेशा – हमेशा के लिए विदाई हो गई। बिदाई से पहले इस स्टेडियम में कुछ ऐसे रिकार्ड बने है जो क्रिकेट इतिहास के पन्नों में दर्ज है। इसमे सचिन के 10 हजार रन पूरे होने तथा एक मैच सबसे ज्यादा 5 विकेट लेने का रिकार्ड कृष्णमाचारी श्रीकांत के नाम शामिल है। क्रिकेट की बिदाई के साथ अब यह स्टेडियम चुनावी गतिविधियों और सरकारी आयोजन के लिए शहर का मुख्य सेंटर बन गया है।
भीड़ को शांत करने के लिये बगल के पिच पर खेला गया था फ्रेंडली मैच
इंदौर की बदनामी का ठीकरा उस समय फूटा था जब भारत और श्रीलंका के बीच एक वनडे मैच पहली पारी के तीसरे ओवर के बाद रोक दिया गया था , क्योंकि कप्तान और अंपायर इस बात से सहमत थे कि पिच बहुत खतरनाक थी, जिसके लिए मैच रेफरी ने मैच रोकने की सहमति व्यक्त की। बाद में 25,000 दर्शको की भीड़ को शांत करने के लिए बगल की पिच पर 25 ओवर का प्रदर्शनी मैच आयोजित किया गया था।
आईसीसी ने नेहरू स्टेडियम को कर दिया था निलंबित
इस घटना से इंदौर के नेहरू स्टेडियम की विश्व क्रिकेट में बहुत बदनामी हुई थी। यहाँ तक कि बीसीसीआई ओर एमपीसीए की क्रिकेट खेलने वाले देशों ने जमकर आलोचनाएं की थी। इस घटना के बाद शाम होते होते आईसीसी ने नेहरू स्टेडियम को मैचों के आयोजनों पर रोक लगाते हुए निलंबित कर दिया था।