खरगोन: बंद मैरिज हॉल में आयोजन पर पाबंदी- स्वास्थ्य आयुक्त

Rishabh
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इंदौर: स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल ने गत दिवस इंदौर संभाग के खरगोन जिले में बढ़ते संक्रमण की स्थिति का जायजा लिया। आयुक्त डॉ. गोयल शहर के विभिन्न कंटेनमेंट एरिया और जिला अस्पताल में कोविड को लेकर तैयार केन्द्र और उसके पश्चात आगामी रूपरेखा देखी। आयुक्त डॉ. गोयल ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि अभी शादियों का सीजन चल रहा है। ऐसी स्थिति में खासकर शहरों में जो मैरिज गार्डन बंद हाल वाले है, वहां अनुमति नहीं दें।

साथ ही जो मैरिज गार्डन खुले है, वहां की स्थितियों का जायजा लेकर सीमित संख्या की ही अनुमति दी जाएं। ऐसे कार्यक्रमों के लिए एक पृथक से अधिकारी को भी नियुक्त करें, ताकि नियमों का कढ़ाई से पालन कराया जा सके। बैठक में डॉ. गोयल ने कहा कि मास्क और टीकाकरण पर ज्यादा फोकस करें। साथ ही मास्क की निगरानी पर ज्यादा बल देते हुए हर एक व्यक्ति के चेहरे पर मास्क लगाने के लिए दलों को समझाईश देते हुए ज्यादा से ज्यादा जुर्माना लगाएं और जेल भेजे। इसके अलावा शहरों में जहां संक्रमण फैल रहा है, वहां ज्यादा फोकस करते हुए मास्क लगाने और जुर्माने के अधिकार अन्य अधिकारियों को भी दें। टीकाकरण को प्राथमिकता दें और कोविड का टीका दुकानदार व व्यापारी वर्गों को लगाने के लिए प्रेरित करें। वहीं ऐसे व्यवसायिक वर्ग जो लगातार यात्रा कर रहे है, ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित कर टीका अवश्य लगाएं।

बैठक के दौरान कलेक्टर खरगोन अनुग्रहा पी ने आयुक्त डॉ. गोयल को कोरोना से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर अनुग्रहा ने बताया कि वर्तमान में 5 वार्डों में अधिक संख्या में संक्रमित व्यक्ति है। जिले को 180 का आरएटी लक्ष्य दिया गया है। जबकि यहां 200 सैंपल प्रतिदिन आरएटी से लिए जा रहे है। जिले के तीन मुख्य शहर खरगोन, बड़वाह व महेश्वर जो इंदौर से कनेक्ट है, यहां अधिक संख्या में संक्रमित है। खरगोन में 154, बड़वाह में 106 और महेश्वर में 104 मरीज है। पहली लहर ओर दूसरी लहर में संक्रमण फैलने का तरीका लगभग समान है।

ज्यादा संक्रमित क्षेत्रों में लगाये अलग सत्र-
बैठक के दौरान आयुक्त डॉ. गोयल ने सीएमएचओ डॉ. एसके सरल को निर्देश दिए कि जिन क्षेत्रों में ज्यादा संक्रमण फैल रहा है या ज्यादा मरीज है, वहां ज्यादा सैंपल लेने के साथ- साथ टीकाकरण भी सुनिश्चित करें। इसके लिए पृथक से टीकाकरण का सत्र भी आयोजित किया जा सकता है। हम जितने ज्यादा लोगों को टीकाकरण कर पाएंगे, उतना ही हमारी समस्याएं आसान होगी। मानव संसाधन की कमी को पूरा करने के लिए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की अन्य शाखाओं या विभाग के अमले को भी इस कार्य में लगाएं। उससे पहले उनका टीकाकरण सुनिश्चित कर लें।

कोविड कमांड और अस्पताल में देखी व्यवस्थाएं-
बैठक करने के पश्चात स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. गोयल ने पुराना अस्पताल सेंटर में बनाए गये कोविड कमांड सेंटर, टीकाकरण केंद्र एवं जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। टीकाकरण केंद्र पर पहुंचकर टीकाकरण संबंधी जानकारी लेते हुए हितग्राहियों से भी चर्चा की। इसके पश्चात कोविड कमांड सेंटर से होम आईसोलेट किए गए बिना लक्षणों वाले संक्रमित मरीजों की जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि वीडियों कॉल के माध्यम से बुखार, ऑक्सीजन सेचुरेशन तथा कोविड से संबंधी तमाम जानकारी पुछी जाती है। वहीं जिन लोगों से कांटेक्ट नहीं हो पाता है, उसके लिए क्षेत्रीय अमले से जानकारी प्राप्त की जाती है। इसके पश्चात स्वास्थ्य आयुक्त ने कंटेनमेंट एरिया सुरती नगर, ओल्ड हाउसिंगबोर्ड कॉलोनी व चमेली की बाड़ी के मरीजों से स्वास्थ्य और उपचार संबंधी जानकारी ली।

प्रस्तावों पर स्वीकृति शीघ्र प्रदान करने दिए निर्देश-
स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. गोयल ने जिला अस्पताल द्वारा कोविड को लेकर बनाए गए प्रस्ताव पर चर्चा तथा अस्पताल में बन रहे एचडीयू की जानकारी ली। साथ ही मौके पर उपस्थित अपर संचालक डॉ. ओपी तिवारी को निर्देश दिए कि भोपाल से खरगोन के गए प्रस्तावों पर स्वीकृति शीघ्र प्रदान करें। बैठक एवं भ्रमण के दौरान आयुक्त डॉ. गोयल के साथ पुलिस अधीक्षक शैलेंद्रसिंह चौहान, जिला पंचायत सीईओ गौरव बेनल, अपर कलेक्टर एमएल कनेल व बीएस सोलंकी, एएसपी डॉ. नीरज चौरसिया, एसडीएम सत्येंद्रसिंह, सिविल सर्जन डॉ. दिव्येश वर्मा, डॉ. संजय भट्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।