Ujjain : खादी बाज़ार का हुआ समापन, कुटीर उद्योगों को भी किया गया प्रोत्साहित

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उज्जैन(Ujjain): आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर देश के दूर-दराज केगांवों की कारीगरी को लोगों तक सीधे पहुंचाने के उद्देश्य से शहर में विशेष जो 15दिवसीय राज्य स्तरीय खादी प्रदर्शनी “खादी बाजार 2022” का आयोजन किया गया था उसका समापन शहर के कई गणमान्य और खादी संस्था के अधिकारियों की उपस्थिति 03 अप्रैल को हुआ l जिसके समापन समारोह में खादी और गृह उद्योग की वस्तुओं की बिक्री करने वालों को पुरस्कृत भी किया गया। साथ कि सभी को सर्टिफिकेट भी प्रदान किये गए l

इस अवसर पर राज्यनिदेशक खादी ग्रामोद्योग आयोग प्रवीर कुमार, चेतन शुक्ला मंत्री सर्वोदय मिशन इंदौर, जगदीश सिंह मंत्री म. प्र. खादी संस्था संघ एवं इंजी. प्रदीप जैन अध्यक्ष मध्यप्रदेश खादी संस्था विशेष रूप से उपस्थित थे l इस समापन अवसर पर ऑनेस्ट म्यूजिकल अकादमी उज्जैन द्वारा विशेष देश भक्ति गीतों कीप्रस्तुति भी प्रस्तुत की गई l साथ कि संस्था ऑनेस्ट म्यूजिकल अकादमी के द्वारा सभी विशेष अतिथियों का सम्मान भी किया गया l कार्यक्रम का संचालन खादी प्रदर्शनी के मुख्य कार्यकारी ए.एन. भट्ट द्वारा किया गया l

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इस अवसर पर राज्य निदेशक प्रवीर कुमार ने कहा कि –

उज्जैन में जो खादी को प्रतिसाद मिला हैउससे यह तय है कि यह सिलसिला आगे भी चलता रहेगा । जिस स्थान पर वर्तमान में खादीबाजार लगा वह बहुत उपयुक्त है और हमारी कोशिश रहेगी कि यहां फिर यह आयोजन कियाजाए। खादी रोजगार देने का भी बहुत सशक्त माध्यम है।भारत सरकार द्वारा समय-समय पर खादी, लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढावा देने के लिएइस तरह के कई आयोजन किए जाते है जिससे कि इनके उत्पादों कि मार्केटिंग कि जा सकेl

इस अवसर पर देश की सुप्रसिद्ध गांधीवादी विचारक स्वर्गीय नरेंद दुबे की सुपुत्री श्रीमती पल्लवी शुक्ला कहती है कि –

खादी से मेरा बहुत गहरा सम्बन्ध है पिताजी से खादी के बारे में बहुत कुछ सिखा और सुना है l खादी इस देश की संस्कृति है और हम सभी को कम से कम सप्ताह में दो दिन तो खादी के वस्त्र पहनना ही चाहिए।प्रसन्नाता होती है जब कोई यह कहता है कि वह खादी के वस्त्र पहनता है। सरकार भी खादी को बढावा देने के लिए “खादी बाज़ार-2022” जैसे कई सराहनीय प्रयास कर रही है जिससे कि आज के युवा का खादी से परिचय बढेगा l

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खादी का एक विशेष गुण यह हैकि इसे पहनने से गर्मी में ठण्ड और ठण्ड में गर्मी का अहसास होता है और साथ हीइससे त्वचा सम्बंधित रोगों से भी बचा जा सकता है l मेरा मानना है कि सभी सरकारीदफ्तरों में स्कूल्स में सप्ताह में एक दिन खादी वस्त्र को अनिवार्य कर देना चाहिएl समापन अवसर पर प्रदर्शनी संयोजक पंकज दुबे जी ने बताया की- इस अवसर पर खादी उत्पादों की विशेष बिक्री करनेवालों को पुरस्कृत भी किया गया। आयोजन के अंतिम दिन भी लोगों ने जमकर खरीदारी भीकी। उज्जैन के लोगों द्वारा इस खादी प्रदर्शनी को बहुत पसंदकिया गया l और इस तरह के आयोजन हमारे द्वारा आगे भी किये जाएंगे l

Source : PR