Kartik Purnima 2024 : हिंदू धर्म में कार्तिक माह का विशेष धार्मिक महत्व है, क्योंकि इसे एक शुभ और पवित्र माह माना जाता है। इस महीने में कई महत्वपूर्ण व्रत, त्योहार और धार्मिक अनुष्ठान होते हैं। विशेष रूप से कार्तिक माह का अंतिम दिन, जिसे कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है, को अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु के योग निद्रा से जागने और शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए महत्वपूर्ण है।
कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा का दिन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह दिन देव दीपावली और गुरु नानक जयंती जैसे महत्वपूर्ण उत्सवों से भी जुड़ा हुआ है। इस दिन विशेष रूप से लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, दान देते हैं, और पूजा-अर्चना करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन विशेष अनुष्ठान, दीपदान, और अन्य धार्मिक कार्य किए जाते हैं। इस दिन को लेकर शास्त्रों में कुछ विशेष दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं, जिन्हें पालन करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन किन कामों से बचना चाहिए…
कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष कार्यों से बचना चाहिए, ताकि पुण्य की प्राप्ति हो और कोई अशुभ फल न हो। यहां कुछ कामों का विवरण दिया गया है, जिन्हें इस दिन नहीं करना चाहिए:
खाली हाथ किसी को न भेजें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन अगर आपके घर कोई आता है, तो उसे खाली हाथ न लौटाएं। विशेष रूप से गरीब, जरूरतमंद या असहाय व्यक्तियों को बिना कुछ दिए वापस न भेजें। दान और सहायता से पुण्य की प्राप्ति होती है, और यह आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाने का कारण बनता है।
अपमान से बचें
इस दिन किसी का भी अपमान न करें। चाहे वह आपके परिवार का सदस्य हो या कोई अन्य व्यक्ति, अपमान करने से देवी-देवता नाराज होते हैं और इसका नकारात्मक प्रभाव आपके जीवन पर पड़ सकता है। शास्त्रों में कहा गया है कि अपमान से दोष लगता है, जिससे शांति और समृद्धि में कमी आती है।
सात्विक आहार और ब्रह्मचर्य का पालन करें
इस दिन सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए। मांसाहार और तामसिक भोजन से बचना चाहिए, क्योंकि यह दिन धार्मिक तप और साधना के लिए है। इसके अलावा, इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन भी महत्वपूर्ण है, ताकि आप शारीरिक और मानसिक रूप से शुद्ध रहें।
चांदी या दूध का दान न करें
इस दिन दान करना बहुत पुण्यकारी माना जाता है, लेकिन ध्यान रखें कि चांदी के बर्तन या दूध जैसी वस्तुएं दान न करें। शास्त्रों के अनुसार, इनका दान करने से चंद्र दोष लगता है, जो आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकता है। इस दिन दान के लिए सबसे अच्छा माना जाता है तांबे के बर्तन, वस्त्र, या अनाज का दान।
घर का कोई भी कोना अंधेरा न छोड़ें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर में किसी भी कमरे को अंधेरे में न छोड़ें। इस दिन घर में दीप जलाना और हर कोने को रोशन करना चाहिए। माना जाता है कि यदि घर के किसी कोने में अंधेरा रहता है, तो मां लक्ष्मी का वास नहीं होता, जिससे घर में दरिद्रता और शांति की कमी हो सकती है। दीप जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और लक्ष्मी माता का वास होता है।
कार्तिक पूर्णिमा का दिन धार्मिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र होता है। इस दिन किए गए शुभ कार्यों का बहुत अधिक पुण्य फल मिलता है। वहीं, शास्त्रों में बताए गए दिशानिर्देशों का पालन करने से न केवल पुण्य की प्राप्ति होती है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का आगमन भी होता है।