करणी सेना ने फिल्म ‘पृथ्वीराज’ को लेकर उठाई ये मांग, इन कंडीशन को किया तय

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अक्षय कुमार की फिल्म ‘पृथ्वीराज’ की घोषणा जब से हुई है तब से ही ये फिल्म काफी ज्यादा सुर्ख़ियों में बनी हुई है। इसको लेकर विवाद भी जताया जा रहा है। विवाद जताने वाली करनी सेना ने हाल ही में इस फिल्म के टाइटल को लेकर आपत्ति जताई थी। दरअसल, अक्षय की ये फिल्म महान राजा राजपूत पृथ्वीराज चौहान के जीवन पर बनाई गई है।

ऐसे में करणी सेना ने फिल्म मेकर्स पर आपराधिक शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि फिल्म योद्धा राजपूत पृथ्वीराज चौहान का तिरस्कार कर रही है। इस फिल्म की अनाउंसमेंट सितंबर 2019 में की गई थी। दरअसल, यश राज फिल्म्स और आदित्य चोपड़ा के नाम पर केस दर्ज करवाया है।

आपको बता दे, करणी सेना यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरजीत कुमार सिंह ने फिल्म को लेकर कुछ कंडीशन बनाए है। जिसमें उन्होंने इन पॉइंट्स को शामिल किया है।
1- फिल्म मेकर्स ‘पृथ्वीराज’ फिल्म का टाइटल चेंज करें।
2- इस फिल्म को रिलीज करने से पहले राजपूत कम्यूनिटी के मुख्य लोगों को दिखाई जाए।
3- करणी सेना के लिए फिल्म की स्पेशन स्क्रीनिंग की जाए। अगर ऐसा नहीं होता है कि इसका हाल भी फिल्म ‘पद्मावत’ की तरह ही होगा। इसके लिए यशराज फिल्म्स जिम्मेदार होगा।

इसके अलावा फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कुछ लोग जो नाराज है उनका कहना है कि कुछ समय तक हम मानते थे कि फिल्म इंडस्ट्री एक रेटिंग बॉडी के लिए जवाबदेह है जिसका नाम सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) है। दरअसल, इस बोर्ड का काम भारत में सभी भाषाओं में बन रही फिल्मों की रेटिंग करना है और किसी भी फिल्म के उस हिस्से की एडिटिंग करने की सलाह देना है जिसे दर्शकों के हिसाब से ठीक नहीं माना जाता है।

बता दे, इसको लेकर कुछ दिशा-निर्देश तय हैं लेकिन कई बार बोर्ड की कटौती पर भी असहमति जताई जाती है। बताया जा रहा है कि भारत सरकार की अथॉरटी है और फिल्म मेकर्स को भी अगर कटौती सही नहीं लगती है तो ट्रिब्यूनल में अपील करते हैं. लेकिन अक्षय कुमार की फिल्म पृथ्वीराज को लेकर करणी सेना के हल्लाबोल के बाद तो लगता है देश में दो-दो सेंसर बोर्ड है।