Karauli violence: करौली पूरी तरह से बंद, इंटरनेट ठप, लगी ये पाबंदियां

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करौली। राजस्थान के करौली में हिंदूवादी संगठन की बाइक रैली पर किए गए पथराव के बाद माहौल गर्म हो गया है. इस उपद्रव में भड़की हिंसा में तकरीबन 35 दुकानों में आग लगा दी गई, वही आधा दर्जन से ज्यादा बाइकों में तोड़फोड़ करने के साथ दो मोटरसाइकिल आग के हवाले भी कर दी गई. स्थिति को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कदम उठाते हुए यहां 4 अप्रैल तक कर्फ्यू लागू कर दिया है, वही इंटरनेट सेवा भी आज रात तक के लिए ठप कर दी गई है. रैली पर किए गए पथराव के बाद बनी चिंताजनक स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. शहर में लगभग 50 पुलिस अधिकारी और 600 जवान तैनात किए गए हैं. रैली पर हुए पथराव के बाद भड़की हिंसा को पुलिस ने जल्द ही काबू में ले लिया था और अब स्थिति नियंत्रण में है.

पुलिस ने शुरू की कार्रवाई

स्थिति को नियंत्रण में लेने के बाद से पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में पुलिस एक्शन मोड में दिखाई दे रही है और अब तक 30 से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में ले चुकी है. धारा 144 लागू किए जाने इंटरनेट सेवा बंद करने के बाद रात तकरीबन 1 बजे हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दोनों समुदाय के लोग अपने-अपने घरों में ही रहेंगे और अपने आसपास शांति बनाए रखने की कोशिश करेंगे. कल रात 10:30 बजे के आसपास स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में दिखाई दे रही थी. वहीं रविवार को भी शहर में कर्फ्यू का असर देखा गया और लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकले.

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क्या रहेगा खुला- क्या रहेगा बंद

रेली पर हुए पथराव के बाद भड़की हिंसा को काबू में लाने के लिए शहर भर में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सभी चीजों पर रोक लगी हुई है. यहां लगाया गया कर्फ्यू 4 अप्रैल तक जारी रहेगा, इस दौरान लोगों को घरों से बाहर आने की अनुमति नहीं है. किसी भी तरह की अफवाह ना फैले और स्थिति नियंत्रण से बाहर ना हो इसी को देखते हुए जिले में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है. लेकिन, नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं को देखते हुए कुछ चीजों में छूट दी गई है जिनमें मेडिकल स्टोर्स खुले हैं, दोपहर 3:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक सब्जी और दूध की सप्लाई के लिए समय दिया गया है. वहीं अगर किसी को इमरजेंसी में शहर से बाहर जाना है तो वह कोतवाली से परमिशन लेकर जा सकेगा. यहां के प्रसिद्ध तीर्थस्थल कैलादेवी पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कर्फ्यू संबंधी कोई भी रोक नहीं लगाई जाएगी, बल्कि पुलिस की ओर से श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान की जाएगी.