Kangana Ranaut On Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन की बड़ी जीत के एक दिन बाद, अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन पर हमला बोला। उन्होंने एमवीए की हार को ‘दैत्य’ के खत्म होने जैसा करार दिया और महिलाओं के सम्मान का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यही कारण था कि विपक्षी गठबंधन को इस करारी हार का सामना करना पड़ा।
महिलाओं का अपमान करने का अंजाम
दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कंगना रनौत ने कहा, “मैंने उद्धव ठाकरे की ऐसी बुरी विफलता की उम्मीद की थी। हम पहचान सकते हैं कि कौन देवता है और कौन दैत्य, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे महिलाओं का सम्मान करते हैं या नहीं।”
रनौत ने याद करते हुए कहा, “जो लोग महिलाओं का सम्मान नहीं करते, वे कभी नहीं जीत सकते। मुझे वही हश्र मिला जो दैत्य का होता है – उन्होंने मेरा घर तोड़ा, गाली-गलौज की और मेरे साथ नाइंसाफी की।” उनका यह बयान 2020 में हुए विवाद से जुड़ा था, जब बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) ने कंगना रनौत के बांद्रा स्थित बंगले पर कथित अवैध निर्माण के कारण तोड़फोड़ की थी। उस समय रनौत ने यह भी कहा था कि “मुझे मुंबई पुलिस से ज्यादा मूवी माफिया से डर लगता है” और मुंबई को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से तुलना की थी।
पीएम मोदी को बताया “अजेय”
रनौत ने महायुति गठबंधन की भारी जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने लोगों को यह समझाया कि जो देश को तोड़ने की बात करते हैं, उन्हें जनता कैसे सही सबक सिखाती है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कंगना ने मोदी के नेतृत्व को एक मजबूती दी और कहा, “मेरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी का जन्म देश के उद्धार के लिए हुआ है, और वह अजेय हैं।”
महायुति की जीत पर जताई खुशी
रनौत ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की जीत पर खुशी जताते हुए कहा कि यह चुनावी जीत विकास और स्थिर सरकार के पक्ष में वोट डालने वाली जनता की जीत है। उन्होंने महायुति गठबंधन के चुनावी प्रचार में पीएम मोदी के प्रभाव को देखा, जहां हर बच्चा ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाता नजर आया। कंगना ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे बड़े नेता हैं। बीजेपी एक ब्रांड बन चुका है, और आज भारत के लोग इस ब्रांड पर विश्वास करते हैं।”
कांग्रेस का हुआ सूपड़ा साफ
कंगना रनौत ने कांग्रेस पार्टी को भी निशाने पर लिया और कहा, “आजादी के बाद कांग्रेस एक ब्रांड हुआ करता था, लेकिन अब यह एक क्षेत्रीय पार्टी बन गई है। क्योंकि लोगों का अब इस पर विश्वास खत्म हो चुका है।”