इंदिरा जी के शब्द आज भी मेरे कानों में गूंजते है: कमलनाथ

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इतिहास में हर दिन से क्कुह यादें जोड़ी हुई रहती है किसी दिन से अच्छी और किसी दिन से बुरी लेकिन आज के दिन से दोनों ही यादें जुडी हुई है। एक तरफ नए भारत को आकर देने वाले एवं लोहा पुरुष के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्मदिन है। वहीँ दूसरी ओर भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री यानि इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि भी है।

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को इंदिरा गाँधी अपना तीसरा बीटा मानती थी। इस पुण्यतिथि के अवसर पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष कमलनाथ ने भारत की प्रथम प्रधानमंत्री, भारत रत्न से शुशोभित स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी जी के शहीद दिवस और भारत के लोहा पुरुष माने जाने वाले स्व. सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर प्रदेश के मुख्य कार्यालय पहुंचकर इंदिरा जी और वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया। इस पुरे कार्यक्रम के दौरान कमलनाथ के पुत्र एवं छिंदवाड़ा जिले के नकुल नाथ भी उनके साथ थे। कमलनाथ ने उनको श्रद्वांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि इंदिरा जी के साथ मेरा संपर्क उस समय से हैं, जब मैं बहुत छोटा था। उनकी दी गई सीख और उनके शब्द आज भी मेरे कानों में गूंजते हैं। मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला और मैंने उन्हीं के मार्गदर्शन में हमेशा काम किया है। उनकी सीख आज भी मेरे लिये अमूल्य धरोहर है। उन्होंने कहा कि आज भी स्व. इंदिरा जी को पूरे विश्व में याद किया जाता है।

कमलनाथ ने भारत के लोहा पुरुष के बारे में बताते हुए कहा कि में उन्होंने एक नई ऊर्जा और क्रांति लाकर देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस पूरे कार्यक्रम में प्रदेश कांगे्रस के उपाध्यक्षद्वय चंद्रप्रभाष शेखर और प्रकाश जैन, महामंत्री राजीव सिंह, मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा, मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता, कैलाश मिश्रा, आसिफ जकी, दीपचंद यादव, जे.पी. धनोपिया, दुर्गेश शर्मा, त्रिलोक दीपानी, आनन्द तारण, जितेन्द्र मिश्रा, ब्रजभूषण नाथ, उमेश झा, विजय सिरवैया, निहाल अहमद, जहीर अहमद, महेश मालवीय सहित अनेक कांगे्रस जन उपस्थित थे।