कमलनाथ ने MP के किसान भाईयों की समस्याओं पर उठाएं सवाल, कहा- शिवराज सरकार कब देगी ध्यान

Pinal Patidar
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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने एक बयान में मध्यप्रदेश के किसान भाईयों की समस्याओं पर सवाल उठाते हुये कहा कि प्रदेश की शिवराज सरकार किसान भाईयों को परेशान करने का कोई मौका नही चूकती है ? आज किसान भाई को खेती के लिए यूरिया की आवश्यकता है और यूरिया नही मिल रहा है।किसान यूरिया के लिए दर-दर भटक रहा है, सोसायटियों से किसान बेरंग लौट रहा है। कही यूरिया मिल जाये तो किसानों को 268 रूपये के यूरिया की बोरी 600 से लेकर 800 रूपये तक में मिल रही है।यूरिया की जमकर कालाबाजारी हो रही है।यूरिया खरीदने के लिए किसानों को अन्य सामग्रीयां भी उसी दुकान से खरीदने को मजबूर किया जा रहा है ?

प्रदेश में मूंग का बम्पर उत्पादन हुआ है परन्तु आज किसान मूंग बेचने को परेशान हो रहा है । शिवराज सरकार रोज घोषणा करती है कि किसानों का एक-एक दाना खरीदा जायेगा ,पर केन्द्र सरकार द्वारा जो खरीदी के लिए कोटा दिया गया वो अपर्याप्त है ? प्रदेश में 03 लाख से अधिक किसान भाईयों के पास लगभग 12 लाख मीट्रिक टन मूँग का उत्पादन हुआ है ,जबकि सरकार पहले 1.34 लाख मीट्रिक टन और अब 2.47 लाख मीट्रिक टन खरीदने की बात कर रही है। आज तक के कोटे से किसानों का एक-एक दाना कैसे खरीदा जायेगा ?

https://twitter.com/NarendraSaluja/status/1424262601672826881

किसान भाईयों के फसलों के बीमें किये गये ,प्रीमियम काटकर जमा किये गये ,पर जब फसलें खराब हो गई तो बीमें की राशि का अता-पता नही ? सरकार गत 02 वर्षो के बीमें की पूर्ण राशि उपलब्ध कराने में असफल रही है ? किसान भाई अपना क्लेम कर चुके है परन्तु क्लेम की राशि नही मिल रही है ? सरकार प्रीमियम की राशि जमा करने का प्रचार तो करती रहती है परन्तु किसान भाईयों को क्लेम नही मिलने पर मौन बैठी रहती है ?प्रदेश में किसान भाईयों की मृत्यु होने पर उन्हे मंडी बोर्ड से 4 लाख सहायता राशि देने का प्रावधान है परन्तु यह राशि भी किसान भाईयों को नही मिल पा रही है ?

आज किसान भाई को शुद्ध खाद ,शुद्ध बीज और शुद्ध दवाईयां नही मिल रही है ? प्रदेश में सरकार के समर्थन से सर्टिफाईड बीज की जगह पर मंडियों के गैर सर्टिफाईड बीज के विक्रय का चलन बढ़ गया है ,जिसका परिणाम कम उत्पादन होगा ? मिलावटी खाद और मिलावटी दवाइयाँ धड़ल्ले से बाजार में बिक रही है ? खरपतवार नाशी दवाईयां इतनी मिलावट भरी है कि दो.तीन छिड़काव के बाद भी खरपतवार भी नष्ट नही हो रहे है। नकली मिलावटी खाद और दवाईयों के कारण किसान भाईयों की फसलें खराब हो रही है ? दवाओं के बार-बार उपयोग से लागत बढ़ रही है, उत्पादन कम हो रहा है और अंततः किसान लुट रहा है।

कांग्रेस सरकार के समय चलाये गये शुद्ध का युद्ध अभियान के चलते नकली खाद ,नकली दवाओं एवं नकली बीज के माफिया बाजार से बाहर हो गये थे ,आज फिर उन्ही का बोलबाला है और सरकार मैदान से नदारद है ? मैं सरकार से आग्रह करता हॅू कि अपने वादे के मुताबिक किसानों से एक-एक दाना मूंग खरीदा जाये ,इसके लिए कोटे को और बढ़ाया जाये ताकि किसान भाई फसल बेचने को परेशान न हो।

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किसान भाईयों को यूरिया और डीएपी नियत मूल्य पर सरलता से उपलब्ध हो ,यह सुनिश्चित किया जाये। काला बाजारी करने वाले पर कड़ी कार्यवाही की जाये ,नकली खाद एवं नकली दवाईयों के संबंध में उत्पादक कम्पनियों पर कार्यवाही की जाये ताकि नकली एवं मिलावटी खाद एवं दवाईयों पर रोक लग सके।सरकार कुछ ऐसे कार्यवाही करे कि किसानों को वास्तविक राहत मिले। कांग्रेस किसान भाईयों के साथ खड़ी है और किसानों की मांगे पूरी न होने पर आन्दोलन भी करेगी।