कमलनाथ ने दागे CM शिवराज और PM पर सवाल, किसानों की कर्जमाफी का उठाया मुद्दा

Share on:

भोपाल, 26 अगस्त 2021

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि 1942 में महात्मा गांधी जी ने देश को जो संदेश दिया था, उनके ही बलिदान से आज हम यहां स्वतंत्र खड़े हैं। उन्होंने कहा कि नूरी खान ने पदयात्रा कर संस्कृति को बचाने का संदेश दिया है। रिश्ते, भाषा, धर्म, जाति और संस्कृति को जोड़ने का संदेश दिया है। हमारा देश विभिन्न जाति, धर्म, रीति-रिवाजों के बावजूद एकता के सूत्र में बंधा है। हर क्षेत्र की अपनी-अपनी भाषा-वेशभूषा अलग हैं पर देश की सस्कृति एक है। नाथ आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय परिसर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय समन्वयक एवं प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता सुश्री नूरी खान द्वारा 15 अगस्त से बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से प्रारंभ होकर देवास, सोनकच्छ, आष्टा, सीहोर होते हुए भोपाल तक की गई अगस्त क्रांति पदयात्रा के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुये।

नाथ ने कहा कि आज हमारी संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है। विभाजन की राजनीति हो रही है। आजादी के बाद देश को पटरी पर लाकर खड़े करने वाले हमारे देश के महान नेताओं, जिनकी कुबार्नी का इतिहास पूरे विश्व में स्वर्ण अक्षरों में लिखा है, जिन्होंने देश को कई बड़ी-बड़ी सौगातें दी, चाहे वह रेल्वे हो, इंडस्ट्रीज हो, टेलीफोन सेवाएं हो, बीएचईएल हो जिन्हें हमारे नेताओं ने संजोकर रखा था आज सत्ता में बैठे लोगों द्वारा देश की संपत्ति को बेचने का काम किया जा रहा है, संविधान के साथ छेड़छाड़ कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि शिवराज किसान के बेटे हैं तो वे बतायें कि उन्होंने मेरी सरकार की किसानों की कर्जमाफी क्यांे रोकी? मोदी जी बतायें यदि उपक्रम घाटे में चल रहे हैं तो उद्योगपति उसे खरीद क्यों रहे हैं और यदि फायदे में हैं तो उसे सरकार बेच क्यों रही है?

Also Read: किसानों और वैज्ञानिकों की ताकत से नंबर वन हो सकता है भारत- तोमर

आज देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है नौजवानों को रोजगार की, आज नई पीढ़ी में एक तड़फ है, वह हाथ मंे काम चाहता है। जो लोग आज देश और प्रदेश में सत्ता पर काबिज हैं वे हमें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाने की बातें करते हैं। ये लोग रोजगार की बात नहीं करेंगे, युवाओं की बात नहीं करेंगे, महिला अत्याचार को रोकने की बात नहीं करेंगे, किसानों की बात नहीं करेंगे। केवल मुद्दों से ध्यान भटकाने की बात करेंगे। कहा था दो करोड़ रोजगार देंगे, 15 लाख सबके खाते में आयेंगे, किसी के खाते में आये क्या? किसी को रोजगार मिला क्या? कांगे्रस पार्टी महिलाआंे की सुरक्षा, सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार, अनियमितताओं के विरूद्ध भाजपा सरकार के खिलाफ हर तरह से संघर्ष करेगी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने कहा कि आज के इस दौर में युवा जोश के साथ नुरी खान ने उज्जैन से भोपाल तक पदयात्रा कर इतिहास रचा है। देश में महंगाई बढ़ रहीं, अत्याचार बढ़ रहे हैं, फिर भी भाजपा सरकार सोई हुई है। आज इस यात्रा से भाजपा को उखाड़ फैंकने का शंखनाद हुआ है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय समन्वयक सुश्री नूरी खान ने कहा कि भाजपा राज मंे आज महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, महिला अपराध और उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, कोरोना महामारी के कारण लाखों लोगों की रोजी-रोटी छिन गई, जिनके रोजगार बचे उन्हें भी कम वेतन दिया जा रहा है, महंगाई चरम पर है, पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, खाद्य तेलों के दामों में बेतहाशा मूल्य वृद्धि, उपभोक्ताओं को भारी भरकम बिजली बिल दिये जा रहे हैं, अतिथि शिक्षक, चयनित शिक्षक, पंचायतकर्मियों की मांगों की उपेक्षा, बाढ़ से तबाह हुए लोगों को राहत नहीं मिल रही, किसानों को फसलों का मुआवजा नहीं दिया जा रहा, नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना में भारी भ्रष्टाचार और सरकार की तमाम आम जनविरोधी नीतियों से हर वर्ग परेशान है।

खान ने पदयात्रा के माध्यम से प्रदेश के समूचे कांग्रेसजनों से आव्हान किया कि सत्ता में बैठी भाजपा सरकार के विरूद्ध गांधीवादी तरीके से अपना विरोध दर्ज करायें, भाजपा के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करें और भाजपा की असफलता, जनविरोधी नीतियों को उजागर कर जनता पहुंचायें। कांगे्रस पार्टी का साथ देकर फिर कमलनाथ जी के नेतृत्व में 2023 में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए संकल्पित हो जाये।

समापन अवसर पर पूर्व मंत्रीद्वय सज्जन सिंह वर्मा, पी.सी. शर्मा, महामंत्री राजीव सिंह, विधायक कुणाल चैधरी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ. अर्चना जायसवाल, मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा, मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता, के.के. मिश्रा, महिला कांग्रेस प्रभारी श्रीमती विभा पटेल, जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, अरूण श्रीवास्तव, प्रवक्तागण जे.पी. धनोपिया, रवि सक्सेना आदि मंचासीन थे।