मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले, भाजपा अपने विकास कार्यों की महत्वपूर्णता को प्रमोट कर रही है। इसके समय पर, कांग्रेस उनके कामों के दावों पर सवाल उठाते हुए भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोप लगा रही है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले, भाजपा अपने कामों की प्रगति को रिपोर्ट कार्ड के माध्यम से प्रस्तुत कर रही है। वही विपक्षी दाल भी मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा से पहले अपने अपने चुनावी दांव खेलने में लगे है। इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इस पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने भाजपा के रिपोर्ट कार्ड की आलोचना करते हुए कहा कि झूठे कामों के बदले असली करतूतों का हिसाब दें। यह बताया गया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार के साढ़े 18 साल के काम का रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे। इसे “गरीब कल्याण महाअभियान” नाम दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व पीसीसी चीफ कमलनाथ ने रविवार को सोशल मीडिया पर लिखते हुए कहा कि सुनने में आया है कि आज भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में किए गए कामों का हिसाब देने की तैयारी कर रही है। लेकिन जनता चाहती है कि झूठे कामों के बजाय असली करतूतों का हिसाब दिया जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे बताते हुए कहा कि 50% कमीशन के साथ चलने वाली भाजपा को अपने हिसाब पत्र में जनता को बताना चाहिए कि वे इन्वेस्टर सम्मिट का हिसाब कैसे देंगे। उन्होंने कई विषयों पर भी उनके कामों का हिसाब देने की मांग की, जैसे कि महिला अपराध, बच्चों के खिलाफ अपराध, बुजुर्गों के खिलाफ अपराध, आदिवासी अत्याचार, दलित अत्याचार, किसानों की समस्याएं, गरीबों के अधिकार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं आदि।