बीजेपी पर बरसें कमलनाथ, बोले- जनहित की यह लड़ाई जारी रहेगी

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भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज जारी एक बयान में बताया कि महंगाई से राहत दिलाने के नाम पर भाजपा सत्ता में आई थी लेकिन सत्ता में आते ही वह महंगाई बढ़ाने वाली सरकार बन चुकी है।पेट्रोल-डीजल के दामों में निरंतर वृद्धि हो रही है ,पिछले 11 दिनों से लगातार इनके दामों में वृद्धि हुई है ,वहीं रसोई गैस के दाम भी फरवरी माह में ही दो बार 75 रुपये बढ़ाकर जनता की कमर तोड़ने का काम भाजपा की सरकार ने किया है।

महंगाई की इस मार से आम जनता बेहद परेशान है और करों में कमी कर राहत की मांग कर रही है लेकिन जो भाजपा विपक्ष में पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस के दामों में मूल्यवृद्धि के विरोध में बड़े-बड़े आंदोलन करती थी ,भाजपा नेता खूब साइकिल चलाते थे ,बेल गाड़ी यात्रा निकालते थे ,बड़े-बड़े लच्छेदार भाषण देते थे ,वह सभी आज मैदान से गायब है , एक शब्द भी नहीं बोल रहे है और जनता को कोई राहत प्रदान नहीं कर रहे हैं।उल्टा जनता के घावों पर मलहम लगाने की बजाय ये भाजपा नेता उन्हें कभी पैदल चलने की , कभी साइकल से चलकर स्वस्थ रहने की उल-ज़लुल सलाह दे रहे हैं और इस मूल्यवृद्धि को जायज़ ठहरा रहे है।

नाथ ने कहा कि जनहित के इस मुद्दे पर जनता की लड़ाई लड़ते हुए हमने आज आधे दिन के मध्य प्रदेश बंद का आह्वान किया था ,जिसे जनता ने पूर्ण सफल बनाया। मै प्रदेश की जनता का आभार मानता हूँ , साथ ही उन व्यापारिक संस्थानों का भी आभार मानता हूँ ,जिन्होंने जनहित के इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदेश बंद के इस आह्वान को पूर्ण सफल बनाया लेकिन इस बंद के बाद भी हम चुप नहीं बैठेंगे ,जनता की लड़ाई हम सतत लड़ते रहेंगे ,इस मूल्यवृद्धि के विरोध में प्रदेश भर में हमारा चरणबद्ध आंदोलन सतत जारी रहेगा।

नाथ ने बताया कि मध्यप्रदेश में पेट्रोल पर 33% वैट ,4.50 रुपये अतिरिक्त कर और 1% प्रति लीटर सेंस लगता है और वही डीजल पर 23% वेट ,3 रुपये अतिरिक्त कऋ और 1% प्रतिशत सेंस लगता है।इन भारी भरकम करो के माध्यम से सरकार का खजाना तो रोज़ फल-फूल रहा है लेकिन जनता लुटती जा रही है।

केंद्र में कांग्रेस की सरकार के दौरान जब क्रूड ऑयल $108 प्रति बैरल था तब पेट्रोल के दाम 70 रुपये के आसपास थे और डीजल के दाम 57 रुपये के आसपास थे ,वहीं आज जब क्रूड आयल के दाम घटकर ₹63 प्रति बैरल हो चुके हैं तो पेट्रोल और डीजल शतक के करीब पहुंच चुका है।मोदी सरकार के आने के बाद कच्चे तेल की क़ीमतों में 41% की कमी आयी लेकिन पेट्रोल की कीमत क़रीब 26%  तक बढ़ गई और वही डीजल की कीमत 40% तक बढ़ गई ?

मध्य प्रदेश के अनूपपुर के कोतमा में देश का सबसे महंगा पेट्रोल शतक पार होकर बिक रहा है।पिछले 45 दिन के आंकड़ों की बात करें तो डीजल-पेट्रोल के दामों में 6 रुपये तक की वृद्धि हो चुकी है , वर्ष 2021 में ही अभी तक तेल की कीमतें 19 बार बढ़ाई जा चुकी है।पिछले 1 वर्ष के भीतर ही पेट्रोल करीब 17 रुपये और डीजल करीब 15 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है ,जबकि लागत की बात करें तो डीजल की लागत सिर्फ 33 रुपये के करीब आती है और पेट्रोल की लागत सिर्फ 31 रुपये के करीब आती है लेकिन आज देशवासियों के लिए पेट्रोल-डीज़ल शतक के क़रीब पहुंच चुका है।इसका कारण है कि डीजल पर 46 रुपये के करीब और पेट्रोल पर 58 रुपये के करीब भाजपा सरकार टैक्स ले रही है।

इस टैक्स वृद्धि से भाजपा की सरकार तो लाखों करोडो रुपए कमाए कमा रही है लेकिन वो उस कमाई से जनता को कोई राहत देना नहीं चाहती है।कोरोना महामारी के दौरान रसोई गैस उपभोक्ताओं को पिछले वर्ष 1 मई से सरकार ने सब्सिडी देना भी बंद कर रखी है ,जो सीधे उनके खाते में पहुंचती थी। भाजपा की सरकार दोनों हाथों से जनता को लूट रही है और उनकी गाड़ी कमाई पर ढाका डाल रही है और जनता को कोई राहत प्रदान नहीं कर रही है।

नाथ ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह केंद्र में कांग्रेस सरकार के दौरान पेट्रोल-डीजल के दाम यदि 1 रुपये भी बढ़ते थे तो अपनी साइकिल सड़कों पर निकाल लेते थे और उस दौरान उन्होंने घोषणा भी की थी कि वो अपने मंत्रियों के साथ मंत्रालय सप्ताह में 1 दिन साइकिल से जाएंगे लेकिन पता नहीं उनकी साइकिल आज कहाँ जंग खा रही है ,कहां पंचर पड़ी है ? उस दौरान ये लोग बैलगाड़ी यात्रा निकालते थे ,

रसोई गैस के दामों में वृद्धि को लेकर बड़े-बड़े धरने देते थे लेकिन आज जब जनता इस मूल्यवृद्धि से त्राहि-त्राहि कर रही है तो तमाम भाजपा नेता सड़कों से ,मैदान से गायब हैं और जनता को राहत देने के बजाय उल-जलूल बयान देकर इस मूल्यवृद्धि को जायज़ ठहरा रहे है। कांग्रेस मांग करती है कि प्रदेश सरकार पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले करों में कमी कर जनता को इस मूल्य वृद्धि से तत्काल राहत दिलवाये अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।आज हमने प्रदेश बंद का आह्वान किया है ,हम इस मूल्यवृद्धि के खिलाफ सतत संघर्ष करते रहेंगे ,हमारा चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा ,जनता के हित के लिए हम सदैव खड़े है और खड़े रहेंगे।