भोपाल, 06 जनवरी 2021
‘‘भाजपा की राजनीति सदैव बांटने की व तोड़ने की रही है। भाजपा ने आदिवासी वर्ग को भी बांटने का काम किया है। हमें भाजपा की इस नीति व नीयत को पहचानना होगा। भाजपा कुछ गैर राजनैतिक संगठनों का उपयोग कर आदिवासी वर्ग को बांटने व तोड़ने का काम कर रही है। हमें निरंतर इस तरह की शिकायतें मिलती आयी हैं। अब तो भाजपा ने खरीद-फरोख्त का भी काम चालू कर रखा है। हमें इस सच्चाई को पहचानना है। आपकी जागरूकता, सावधानी व एकता ही भाजपा की इस तोड़ने व बांटने की राजनीति को मुंहतोड़ जबाव दे सकती है। भाजपा का यह कृत्य हमारे देश की संस्कृति के विरूद्व है। हमारे देश की संस्कृति लोगों को जोड़ने की है। कांगे्रस ने इसी संस्कृति को अपनाते हुए देश को, समाज को, दिल को जोड़ने का काम किया है’’ उक्त संबोधन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज अपने निवास पर आयोजित प्रदेश के आदिवासी वर्ग के प्रमुख कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए दिया।
इस अवसर पर नाथ ने कहा कि हमारी 15 माह की सरकार ने आदिवासी वर्ग के हित में कई कार्य किये, कई योजनाएं लागू की और कई क्रांतिकारी निर्णय लिये। वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार ने आदिवासी वर्ग की योजनाओं को बंद किया, भाजपा सरकार में आदिवासी वर्ग पर अत्याचार व उत्पीड़न की घटनाएं भी बड़ी है। यह सर्वविदित है कि कांग्रेस सरकारों ने आदिवासी वर्ग के हित व उत्थान के लिए कई कानून व योजनाएं बनायी हैं। आज की पीढ़ी बेहद जागरूक है। आज आवश्यकता है, हम नई पीढ़ी को जोड़े, उन्हें जागरूक करें। हम आदिवासी वर्ग के उत्थान व हित के लिये भविष्य में और क्या-क्या कर सकते हैं, इसके लिए हम शीघ्र ही एक कार्ययोजना बनायेंगे। हमारा शुरू से ही लक्ष्य रहा है कि आदिवासी वर्ग के हित व उत्थान के लिये कार्य करना, इसके लिए हम सदैव प्रतिबद्ध हैं।
नाथ ने आदिवासी वर्ग से अपील करते हुए कहा कि वे भाजपा सरकार में होने वाली उत्पीड़न व अत्याचार की घटनाओं की जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को तुरंत दें, ताकि हम आदिवासी वर्ग के साथ मिलकर दमनकारी व उत्पीड़न की घटनाओं का विरोध कर सकें। इस अवसर पर नाथ ने केंद्र द्वारा बनाये गये नये तीन किसान विरोधी कानूनों और वर्तमान में जारी किसान आंदोलन की विस्तृत जानकारी से भी आदिवासी वर्ग के नेताओं को अवगत कराया।
बैठक में प्रमुख आदिवासी नेताओं ने अपनी बात रखते हुए कहा कि कांगे्रस शुरू से ही आदिवासी वर्ग की हितैषी पार्टी रही है। कांग्रेस सरकारों ने हमेंशा आदिवासी वर्ग के हित में कई महत्वपूर्ण काम किये हैं, 15 माह की कमलनाथ सरकार ने भी आदिवासी वर्ग के हित में कई क्रांतिकारी निर्णय लिये, आदिवासियों के हित की कई योजनाएं चलायी तथा वर्षों पुरानी उनकी मांगों को पूरा किया है। वहीं वर्तमान भाजपा की शिवराज सरकार पूरी तरह से आदिवासी विरोधी सरकार है।
शिवराज सरकार ने आते ही कमलनाथ सरकार द्वारा शुरू की गयी विश्व आदिवासी दिवस की छुट्टी को भी निरस्त कर दिया है, 89 आदिवासी इलाकों में आदिवासी विभाग के अंतर्गत चलने वाले स्कूलों को भी शिक्षा विभाग में स्थानांतरित करने का काम कर रही है। जब-जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आती है, आदिवासी वर्ग पर अत्याचार, दमन और उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ जाती हैं।
आदिवासी वर्ग का विश्वास कांग्रेस के साथ सदैव से रहा है। इसलिए विधानसभा चुनावों में प्रदेश की 47 आदिवासी वर्ग के प्रभाव वाली विधानसभा सीटों में से 31 विधानसभा सीटों में कांगे्रस के पक्ष में परिणाम आये हैं।
बैठक में प्रमुख रूप से आदिवासी नेता व प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, पूर्व मंत्री बाला बच्चन, हनी बघेल, औंकार मरकाम, पूर्व सांसद गजेन्द्र सिंह राजूखेड़ी, नन्हेलाल धुर्वे, तिलकराजसिंह, अभिजीत शाह सहित अन्य आदिवासी नेता व विधायकगण उपस्थित थे।
बैठक का संचालन प्रदेश कांग्रेस आदिवासी विभाग के अध्यक्ष अजय शाह ने किया।