70 साल में कांग्रेस ने क्या किया? पूछने वालों को कमलनाथ ने दिया मुहंतोड़ जवाब

Share on:

भोपाल/रीवा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ( Kamal Nath) ने आज रीवा में आयोजित जन आक्रोश रैली(Jan Aakrosh rally in Rewa) को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने आदरणीय अर्जुन सिंह जी से बहुत कुछ सीखा, 42 साल पहले जब मैं पहला चुनाव लड़ रहा था, तब मुझे इतना अनुभव नहीं था, उस समय पूरे चुनाव का संचालन अर्जुन सिंह जी ने ही किया था।

उन्होंने कहा कि आज के नौजवानों को रोजगार कैसे मिले? यह चुनौती सामने है। मंदिर मस्जिद से रोजगार नहीं मिलेगा, जब तक विश्वास न हो, ना निवेश आयेगा , ना रोजगार मिलेगा। हमारा मध्य प्रदेश तो 5 राज्यों से जुड़ा हुआ है, फिर भी मध्यप्रदेश में निवेश क्यों नहीं आता, क्योंकि मध्यप्रदेश पर किसी का विश्वास नहीं है।

हमारी अर्थव्यवस्था कृषि क्षेत्र पर आधारित है। आज प्रदेश की तस्वीर सभी के सामने है ,प्रदेश का नौजवान भटक रहा है ,अभी नौजवान बता रहे थे कि फौज में भी भर्ती बंद कर दी है। हमारे कार्यकाल में किसी किसान को भटकना नहीं पड़ा, किसानों को सही मूल्य मिले यह हमारा प्रयास रहा। किसानों को हमारे समय में जो खाद-बीज मिला, जो सुविधाएं मिली, उसका किसान गवाह है।

कांग्रेस की सरकार जब बनी थी, तब शिवराज ने हमें ऐसा प्रदेश सौंपा था जो बेरोजगारी में, किसानों की आत्महत्या में, महिला अत्याचार में, भ्रष्टाचार में नंबर वन था। कौन सी चुनौती नहीं थी हमारे सामने?

must read: नियुक्ति को लेकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले उमेश शर्मा को भाजपा ने थमाया नोटिस Ghamasan.com

हमने शुरुआत की,अपनी नियत और नीति का परिचय दिया। मैंने शुरुआत की किसान कर्ज माफी की, रीवा में 45 हजार किसानों का कर्जा माफ हुआ। यह मेरे आंकड़े नहीं है शिवराज सरकार को यह आंकड़े विधानसभा में पेश करने पड़े। प्रदेश में 27 लाख किसानों का कर्ज हमने माफ किया। बिजली की बात हो, गौशाला की बात हो।

मुझे बड़ा दुख होता हैं जब गौ माता की भूख-प्यास से तड़पकर मौत होती है। हमने साढ़े 11 महीने में 1000 गौशाला बनवायी ,यह भावनाओं की बात थी। कौन सा पाप मैंने किया, कौन सा गुनाह मैंने किया, जो मैंने किसानों का कर्जा माफ किया। कौन सा पाप मैंने किया जो मैंने 100 रू. में 100 यूनिट बिजली दी। सबसे बड़ी चुनौती हमारे सामने किसानों, नौजवानों की थी, जो हमारे प्रदेश के भविष्य का निर्माण करेगा।

मैंने शुरुआत की थी मध्यप्रदेश की एक नई पहचान बने, माफिया के विरुद्ध हमने युद्ध शुरू किया, शुद्ध के लिये युद्ध शुरू किया, ताकि मध्यप्रदेश में सबको विश्वास जाग सके और निवेश की संभावना बढ़ सके। आज सरकार की योजनाओं का पूरा पैसा भ्रष्टाचार में चला जाता है, आज हमारे नौजवान उन योजनाओं का फायदा नहीं उठा सकते, यह तस्वीर आज हमारे सबके सामने है।

कांग्रेस का इतिहास देश की संस्कृति से जुड़ा हुआ है, जो देश की संस्कृति है, वहीं कांग्रेस की संस्कृति है। आप सब उस संस्कृति से जुड़े हुए हैं, इसी संस्कृति के चलते अपना देश आज एक झंडे के नीचे खड़ा है। ऐसा कोई देश है विश्व में जहां इतने धर्म, इतनी जातियां हैं, इतनी भाषाएं हैं, इतने त्यौहार हैं? डॉ. भीम राव अंबेडकर ने ऐसा संविधान बनाया जिसको पूरे देश में पहचान मिली, कई देशों ने तो बाबा साहब के संविधान की नकल करी और ऐसा संविधान बनाया जहां सबसे कमजोर वर्ग की रक्षा हो सके। यदि हमारा संविधान गलत हाथों में चला जाता है तो अपना देश कहां जाएगा, यही चुनौती है हम सबके सामने।

must read: बड़ी खबर: 4 महीने तक रात 10 बजे के बाद Indore Airport से सभी उड़ाने निरस्त- Ghamasan.com

आज किस प्रकार हमारी संस्कृति, लोकतंत्र पर आक्रमण किया जा रहा है। आज संस्कृति को बचाने की चुनौती है।
नाथ ने कहा कि आज सरकार में बैठे लोग मुद्दों की बात नहीं करते ,वो बात करेंगे पाकिस्तान की, राष्ट्रवाद की। हमें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाने लग गए। क्या एक भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी इनकी पार्टी में है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया हो। कैसी कलाकारी, असली मुद्दों से ध्यान भटकाओं,समाज को बांटने की बात करो, क्या ऐसे ही हमारे देश का भविष्य सुरक्षित रहेगा, हमारे नौजवानों का भविष्य सुरक्षित रहेगा, किसानों, महिलाआंे का भविष्य सुरक्षित रहेगा।

नाथ ने कहा कि आज हमसे हिसाब मांगते हैं ,मैं कहता हूं आ जाइए एक मंच पर आप भी हिसाब दीजिए और मैं भी हिसाब दूंगा, तस्वीर आप सबके सामने आ जायेगी। आपसे मोदी जी, शिवराज जी पूछेंगे कि 70 साल में क्या किया, मैं तो मोदी जी से कहता हूं कि मोदी जी आप जिस स्कूल में पढ़े होंगे ,वह स्कूल भी कांग्रेस ने बनाया है।

नाथ ने कहा कि आज संस्कृति पर आक्रमण किया जा रहा है आज मैं नौजवानों से कहना चाहता हूं कि भविष्य आपका है, आप को चुनना पड़ेगा कि आप मोदी के रास्ते पर या देश की संस्कृति के रास्ते पर चलना चाहेंगे।