देश में चल रहे किसान आंदोलन के बीच कैलाश विजयवर्गीय ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने CAA को लेकर कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार अगले साल की शुरुआत से ही बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए रिफ्यूजियों को नागरिकता देना शुरू कर सकती है। इस बयान की शुरुवात में बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि सीएए बंगाल में जरूर लागू किया जाएगा।
बीजेपी के महासचिव ने कहा कि ‘हममें उम्मीद है कि सीएए (Citizenship Amendment Act) के तहत रिफ्यूजियों को नागरिकता देने का काम अगले साल जनवरी से शुरू हो सकता है।’ यह बात कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल के 24 24 परगना जिले में चल रहे और अन्याय नहीं’ कैंपेन में कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने साफ दिल से शरणार्थियों को नागरिकता देने का फैसला किया था।
बीजेपी का बंगाल मिशन
पिछले महीने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने एक बयान में कहा था कि बिहार चुनाव में सफलता के बाद पार्टी का ‘मुख्य ध्यान’ अब पश्चिम बंगाल पर होगा जहां विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई 2021 में होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा था की बीजेपी का 200 से अधिक विधानसभा सीटों पर जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हालंकि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बीजेपी के इस बयान का काफी मखौल उड़ाया।
टीएमसी के सांसद सौगत रॉय ने कहा था कि ‘जहां तक पश्चिम बंगाल में सत्ता में आने का सवाल है भाजपा अभी भी काल्पनिक खुशी में है। अधिकतर सीटों पर उसके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएगी। ’