जिनेंद्र की वाणी जगत कल्याणी ही, भगवान महावीर ने विश्व बंधुत्व का सूत्र दिया- आचार्य विशुद्ध सागर

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चंद्र सागर वसतीका का हुआ लोकार्पण

जिनेंद्र भगवान की वाणी जगत का कल्याण करने वाली वाणी है। लोगों ने संप्रदाय के सूत्र दिए परंपरा के सूत्र दिए जाति पंथ के सूत्र दिए राष्ट्र देश के सूत्र दिए किंतु तीर्थंकर महावीर ने विश्व बंधुत्व का सूत्र दिया है उक्त प्रेरक विचार आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज ने बीसपंथी मंदिर मल्हारगंज पर विशाल धर्म सभा में व्यक्त किए। उन्होंने कहा जगत के प्राणी मात्र हमारे मित्र है मित्रता का तात्पर्य जगत के प्राणियों के दुख दूर करना है।

इस अवसर पर अवसर पर नवश्रृंगारित चंद्र सागर वसतिका का लोकार्पण समाजसेवी श्री धनपाल टोंग्या अध्यक्ष श्री नरेश सेठी ने फीता कटकर किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मंगलाचरण श्रीमती डाली झांझरी , श्रीमति अर्चना पांड्या , श्रीमती ममता टोंग्या , श्रीमती संगीता काला व श्रीमती प्रीति पाटनी ने किया । शास्त्र भेंट , पाद प्रक्षालन व दीप प्रज्वलन श्री धनपाल टोंग्या , श्री अजयपाल टोंग्या परिवार ने किया। अतिथि स्वागत श्री राजेश पांड्या , श्री अजयपाल टोंग्या व श्री अजय रावका ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्री धर्मेंद्र पाटनी ने व अंत में आभार व्यवस्थापक कमेटी के श्री भारत काला ने माना।

इस अवसर पर सामाजिक संसद के अध्यक्ष श्री राजकुमार पाटोदी , महामंत्री श्री सुशील पांड्या , श्री कैलाश वेद , श्री निर्मल कासलीवाल , श्री प्रतिपाल टोंगिया , श्री प्रिंसपाल टोंग्या ,पूर्व पार्षद श्री जयदीप जैन श्री मनोज काला आदि उपस्थित थे।