गांवो में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित, सिलावट ने की सराहना

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इंदौर : जिले में किल कोरोना अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। मेरा गांव- कोरोना मुक्त गांव के लिये ग्रामीणों द्वारा स्व अनुशासन से जनता कर्फ्यू का प्रभावी पालन किया जा रहा है। जिले में अनेक ऐसे गांव सामने आ रहे हैं, जिन्होंने स्वप्रेरणा से अपने गांवों में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया हैं तथा गांव में बेवजह आवाजाही पर भी रोक लगायी है। ऐसे गांवों में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट तथा कलेक्टर श्री मनीष सिंह पहुंचकर ग्रामीणों के प्रयासों की सराहना कर उनका हौसला बढ़ा रहे है।जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट तथा कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने आज कनाड़िया, बुरानाखेड़ी, बरोदा दौलत,सेमलिया चाऊ, आदि गांवों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा की औऱ कोरोना महामारी से निपटने के लिये शासन तथा प्रशासन के प्रयासो की जानकारी दी। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि ग्रामीण अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग और सावधान रहें। जैसे ही उन्हें बुखार, सर्दी, खाँसी,सांस लेने में दिक्कत के लक्षण दिखाई दे, वैसे ही तुरंत जांच कराएं। जांच में पॉजिटिव आने पर कोविड केयर सेंटर में भर्ती हो। अपने मर्ज को छुपाये नहीं। समय पर बीमारी का पता चलता है तो उपचार सम्भव है। बीमारी छुपाने से हम अपना स्वयं तथा दूसरों का भी नुकसान करते हैं।कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने इस अवसर पर बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर मरीज़ो का पता किया जा रहा है। ग्रामीण सहयोग करें। मरीजों के इलाज पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। इस अवसर पर डीआईजी श्री मनीष कपूरिया, पूर्व विधायक श्री राजेश सोनकर, राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे भी इस अवसर पर मौजूद थे। अपने भ्रमण के दौरान श्री सिलावट तथा श्री मनीष सिंह ने ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य संस्थाओं का निरीक्षण किया और कोरोना मरीजों के उपचार के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्र में सर्दी, खांसी, बुखार के सभी मरीजों के सैंपल लिए जाएं। कोरोना के पॉजिटिव मरीजों को अनिवार्य रूप से कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाए।