जैन संस्कार शिविर : संस्कार विहीन जीवन मनुष्य भव की असफलता

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Indore News : यंग जैन स्टडी ग्रुप द्वारा सन्मति स्कूल पर आयोजित जैन बच्चो के संस्कार शिविर के चौथे दिन शिविरार्थियो ने उत्साह के साथ भाग लिया। प्रवक्ता मनीष अजमेरा , व अजय मिंटा ने बताया कि प्रारंभ में बच्चो द्वारा श्री जी का पूजन किया गया।इस अवसर पर माइक्रोसाफ्ट जेसी इंटरनेशनल कंपनी में अमेरिका में प्रमुख पद पर कार्य छोड़ कर धर्म की प्रभावना में समर्पित शिविर प्रमुख प्रकाश छाबड़ा ने कहा की मनुष्य जीवन बारबार नहीं मिलता इसलिए हमे अपने जीवन को सार्थक करने हेतु नित्य अच्छे कार्य, मन में करुणा, बड़ो की विनय, करना चाहिए।

सत्य और जीवदया के परिणाम रखकर रहना चाहिए। माता पिता का दायित्व है वे बच्चो में अच्छे संस्कार दे अन्यथा वो श्लोक है ना माता शत्रु पिता बैरी है जो बच्चो को अच्छे संस्कार और शिक्षा नही देते। प्रारंभ में विमल छाबड़ा, जय टोंग्या द्वारा शिविरार्थी बच्चो को पूजन कराई गई। शिविर में जैन धर्म की महत्ता व सिद्धांतो को आधुनिक पद्धति से विभिन्न लेवल की क्लासो में 35 विद्वानों द्वारा बताते हुए कहा की संस्कार विहीन जीवन मनुष्य भव की असफलता है।

पांच पापों के दुष्परिणाम एवम उससे होने वाले दुखो का विवरण बहुत मार्मिक शैली में समझाया गया। जीवन शैली में सकारात्मक दृष्टिकोण और दान दया करुणा के भाव जाग्रत करना ही सार्थक है। अन्यथा जीवन पशुवत होगा। सर्व अखिलेश जैन , नरेश जैन , नीलेश पाटोदी ,प्रमोद पहाड़िया , महेश जैन , ज्ञानेश जैन , सुनील जैन , आदि का संयोजन रहा।