बिजली फीडरों की ट्रिपिंग का स्तर न्यूनतम रखना अधीक्षण यंत्री की जिम्मेदारी – अमित तोमर

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इंदौर। बिजली उपभोक्ता की सतुंष्टि, समय पर कार्य, राजस्व का लक्ष्य के अनुरूप एकत्रण, तकनीकी तौर-तरीकों का कंपनी हित-उपभोक्ता सेवा में प्रचुरतम उपयोग, ट्रिपिंग में कमी लाना शासन और हमारी हमारी प्राथमिकताएं है। इनमें कतई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कृषि पंपों का जीआईएस सर्वे और लोड में बढ़ोत्तरी को लेकर इंदौर ग्रामीण वृत्त ने अच्छा कार्य किया है। इसके लिए वृत्त की टीम को बधाई। आगर वृत्त तीन चार मापदंडों, प्राथमिकताओं में पिछड़ने पर तत्काल सुधार करे और इसी माह अंत तक परिणाम दिखाए।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने यह बात कही। वे मंगलवार को सभी 15 जिलों वृत्तों के अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस से मिटिंग ले रहे थे। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्प लाइन पर शिकायतों की दैनिक समीक्षा की जाए, रबी में शिकायतों की संख्या आंशिक बढ़ी है, इनका समय पर समाधान किया जाए। मैंटनेंस में स्पेक माड्यूल को प्राथमिकताएं दे ताकि परिणाम, गुणवत्ता नजर आए, उद्योगों को बिजली और अच्छी दी जाए, गैर घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं को शहर हो या गांव आंकलित खपत के बिल नहीं दिए जाए।

तोमर ने कहा कि ट्रांसफार्मर का फेल्युअर रेट कम करने के लिए सभी प्रयास किए जाए, 10 किलो वाट से उपर के कनेक्शन की मैन्यूअल रीडिंग नहीं होगी, यहां सिर्फ एएमआर या एमआरआई के माध्यम से ही रीडिंग दर्ज होगी। श्री तोमर ने कृषि पंप सर्वे में बुरहानपुर के प्रदर्शन को भी सराहा। उन्होंने कहा कि लाइन कर्मचारियों, अधिकारियों की सुरक्षा के लिए और 33 केवी, 11 केवी पर ट्रिपिंग की स्थिति न्यूनतम रखने का अधीक्षण यंत्री पुख्ता इंतजाम करे, यदि कहीं उपकरणों की कमी है तो तत्काल सूचित करे, ताकि समय पर व्यवस्था हो सके।

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तोमर ने कहा कि मीटर रीडिंग में क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर गुणवत्ता बढ़ाई जा सकती है, जहां भी मीटर खराब की सूचना मिले, मीटर इश्यू कर समय पर लगाया जाए, ताकि आंकलित खपत की स्थिति कई माह नहीं चले। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, कार्यपालक निदेशक मनोज झंवर, संजय मोहासे, गजरा मेहता, मुख्य अभियंता एसआर बमनके, एसएल करवाड़िया, पुनीत दुबे, कैलाश शिवा, शहर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा, ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डॉ. डीएन शर्मा आदि ने भी विचार रखे।