IIM इंदौर के आईपीएम बैच 2023-28 की हुई शुरुआत

RitikRajput
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IIM Indore : इंदौर ने 22 अगस्त, 2023 को प्रबंधन में पांच वर्षीय एकीकृत कार्यक्रम (आईपीएम बैच 2023-28) का स्वागत किया। बैच का उद्घाटन आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय ने किया। इस अवसर पर बीसीजी इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री सौरभ चंद्रा मुख्य अतिथि रहे।

प्रो. राय ने अपने स्वागत भाषण में उन लीडरों और विचारकों के विकास के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर जोर दिया जो प्रबंधन और व्यवसाय के भविष्य को आकार देंगे। उन्होंने अपनी शैक्षणिक यात्रा के लिए मार्गदर्शक स्तंभों के रूप में अंग्रेजी के शब्द ओशन (OCEAN) के सिद्धांतों के महत्व को स्पष्ट किया। उन्होंने विद्यार्थियों को खुलेपन यानी Openness को अपनाने, अपनी कक्षा के और संस्थान के अन्य छात्रों से विविध अनुभवों को अपनाकर सीखने और व्यापक परिप्रेक्ष्य को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पृष्ठभूमि के व्यक्तियों के साथ जुड़ने का आग्रह किया। कर्तव्यनिष्ठा यानि Conscientiousness के बारे में बात करते हुए प्रो. राय ने रचनात्मक और अच्छी रुचि अपनाने के महत्व के साथ-साथ सफलता के लिए अनुशासित प्रयास की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

सहानुभूति यानि Empathy के बारे में बात कर उन्होंने छात्रों को अपने और दूसरों के प्रति दयालुता का अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित किया, खासकर ऐसी स्थितियों में जिनमें हम स्वयं चुनौतियों का सामना कर रहे हों। ओशन के ‘ए फॉर एटिट्युड’ (Attitude for courage) के बारे में उन्होंने कहा कि निडर होना और दृढ़ता लक्ष्यों की प्राप्ति में आवश्यक हैं, क्योंकि पहला कदम अक्सर सबसे कठिन साबित होता है। उन्होंने नयी बैच को ‘नेवर गिविंग अप (Never Giving Up)’ यानि कभी हार न मानने की सलाह दी, और कहा कि सच्ची विफलता तभी उत्पन्न होती है जब आप प्रयास करना बंद कर देते हैं। प्रो. राय के शब्दों से सभी विद्यार्थियों को आईआईएम इंदौर में उनके शैक्षणिक सफर के दौरान व्यक्तिगत विकास, लचीलेपन और उपलब्धि के लिए सफलता मन्त्र मिला।

प्रो. चंद्रा ने अपने स्वयं के अनुभवों से सीख लेते हुए जीवन के गहन सबक साझा किए। उन्होंने विनम्रता और सहयोग का महत्व बताते हुए खुद को एक बड़े उद्देश्य के हिस्से के रूप में पहचानने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “शैक्षणिक उपलब्धियों, खेल और रचनात्मकता के बीच संतुलन बनाए रखें, क्योंकि जीवन की परिभाषा केवल विद्वतापूर्ण सफलता तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका विस्तार इस बात पर भी होता है कि कोई चुनौतियों का प्रबंधन कैसे करता है और कैसे दृढ़ रहता है।” उन्होंने करुणा के मूल्य पर बल देते हुए, विशेष रूप से विविध वातावरण में, बातचीत में दयालुता को प्रोत्साहित किया। जीवन की अप्रत्याशित प्रकृति को संबोधित करते हुए, उन्होंने अत्यधिक योजना की निरर्थकता पर प्रकाश डालते हुए अनिश्चितताओं को अपनाने और जीवन को पूरी तरह से जीने का आग्रह किया। “लक्ष्यों में लचीलापन महत्वपूर्ण है; और इसे मूल्य की प्रतिबद्धता के साथ जोड़ा जाना चाहिए”, उन्होंने कहा।

उन्होंने सलाह दी कि प्रामाणिकता एक प्रमुख विषय के रूप में उभरी है, और कोई भी अपने विश्वासों के प्रति सच्चा रहते हुए सम्मानपूर्वक असहमत हो सकता है। उन्होंने गलतियों से सीखना, नैतिकता को कायम रखना और जीवन की अप्रत्याशितता को स्वीकार करना – इन सभी के अनुभव साझा किए। उन्होंने छात्रों को अपने स्वास्थ्य का अत्यधिक ध्यान रखने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा, “आप केवल तभी दूसरों की देखभाल कर सकते हैं जब आप स्वस्थ महसूस कर रहे हों। सच्ची ख़ुशी तभी मिलती है जब आपके द्वारा किए गए किसी कार्य से किसी अन्य के चेहरे पर मुस्कराहट आए – उन्होंने कहा।

प्रो. प्रशांत सलवान, डीन प्रोग्राम्स, ने नयी बैच को संस्थान के व्यापक शिक्षण वातावरण प्रदान करने के समर्पण से अवगत कराया। उन्होंने आधुनिक दुनिया की चुनौतियों से निपटने के लिए कुशल पेशेवरों को तैयार करने में आईपीएम के महत्व को रेखांकित किया। “आईपीएम यात्रा एक गहन अनुभव है जो न केवल आपको चुनौती देगी बल्कि आपके विकास में भी मदद करेगी। यह आपकी समझ को व्यापक बनाने, आपके नेतृत्व कौशल को निखारने और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने का एक मंच है”, उन्होंने कहा। चुनौतियों का सामना करने, उनसे सीखने और आने वाले अवसरों को स्वीकार करें, क्योंकि वे सामूहिक रूप से आपको शिक्षा और जीवन दोनों में सफलता के लिए तैयार करेंगे, उन्होंने कहा।

सभा को संबोधित करते हुए, प्रो.सौरभ कुमार, चेयर – आईपीएम, ने नए बैच का स्वागत किया, और संस्थान में छात्रों की पांच साल की यात्रा के दौरान आने वाले असीमित अवसरों पर प्रकाश डाला। “आईपीएम सबसे अधिक मांग वाले पाठ्यक्रमों में से एक है, और इस वर्ष 13वें बैच में 24,865 आवेदक थे। इनमें से 746 को साक्षात्कार के लिए चुना गया। उन्होंने बताया कि बैच के लिए 156 विद्यार्थियों को चुना गया। इस बैच में 49 छात्राएं और 107 छात्र हैं।

बैच 2023-28

छात्र 107
छात्राएं 49
कुल 155

शैक्षणिक जानकारी

आर्ट्स 03
कॉमर्स 60
साइंस (मेडिकल) 12
साइंस (मेडिकल के अतिरिक्त) 72
अन्य 09
कुल 156

इस कार्यक्रम में आईपीएम के पहले तीन वर्षों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए चयनित प्रतिभागियों को अकादमिक उत्कृष्टता प्रमाणपत्र देने के लिए एक पुरस्कार वितरण समारोह भी आयोजित किया गया।

इसके अतिरिक्त विभिन्न ब्रीफिंग आयोजित की गईं, जिनमें एनबीएफए छात्रवृत्ति, छात्रावास मामले, लाइब्रेरी, आईटी, चिकित्सा सुविधाओं और ‘रैगिंग की रोकथाम और निषेध’ के संबंध में भारत सरकार के निर्देश पर एक आवश्यक ब्रीफिंग शामिल थी।
2015 बैच की आईपीएम पूर्व छात्रा सुश्री अराध्या वत्स और 2017 बैच की सुश्री आशिमा वर्धन के साथ एक चर्चा सत्र हुआ, जिससे आने वाले छात्रों को पूर्व आईपीएम विद्यार्थियों के व्यावहारिक अनुभवों और यात्राओं के बारे में बहुमूल्य जानकारी मिली।