आरटीओ को व्यवसायिक वाहनों की जाँच के निर्देश, प्रदूषण नियंत्रण के लिये होंगे अनेक कार्य

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इंदौर : कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा की अध्यक्षता में आज कमिश्नर कार्यालय इंदौर संभाग में प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर डॉ. शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा इंदौर संभाग को प्रदूषण मुक्त करने के लिये विशेष प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने पेट्रोल पम्पों पर पीयूसी चेकअप चलित मशीन 31 दिसम्बर, 2020 तक लगाने के निर्देश दिये। यह काम तेल कंपनियों (एचपीसील, आईओसील, बीपीसील, रिलांस पेट्रोल, अंवतिका गैस) द्वारा किया जायेगा। वाहन चालकों को हर तीन महीने में पीयूसी प्रमाण-पत्र लेना अनिवार्य होगा। उन्होंने आरटीओ जितेन्द्र रघुवंशी को निर्देश दिये कि वे व्यवसायिक वाहनों की नियमित जांच करें। शहर में चल रहे निर्माण कार्यों को चारों तरफ से ढककर कार्य किया जाये, जिससे वायु प्रदूषण न हो। होटलों में कोयले से जलने वाले तंदूर पर रोक लगाई जाये और खाद्य विभाग द्वारा उन्हें चिन्हित कर व्यवसायिक गैस कनेक्शन दिया जाये, जिससे वायु प्रदूषण कम हो।

इस अवसर उन्होंने यह भी कहा कि इंदौर संभाग में सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिये हैं कि वे अपने जिले में किसानों द्वारा जलाई जाने वाली पराली पर तत्काल रोक लगाये। कमिश्नर डॉ. शर्मा ने एआईसीटीएसएल को निर्देश दिये हैं कि वे ‍सिटी बसों (65 बसों) में डीजल के जगह सीएनजी से चलायें और इंदौर शहर में चल ई-बसों के लिये 76 नये चार्जिंग स्टेशन खोले।

इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रंबधक प्रदूषण निवारण मण्डल आर.के. गुप्ता ने कहा कि दीपावली के अवसर पर पटाखे फोड़ने से इंदौर शहर में प्रदूषण बढ़ा है, जिसे जन सहयोग नियंत्रण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जन सहयोग से ही प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इंदौर संभाग में वाहनों के कारण, किसानों द्वारा पराली जलाने के कारण और शहरी क्षेत्र में होटलों में तंदूर जलाने कारण प्रदूषण फैल रहा है, इसे नियंत्रण करने की जरूरत है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे कचरा एवं अन्य समाग्री खुले न फेंकें और न जलायें तथा निर्माण कार्य चारों तरफ से ढककर करें। इंदौर शहर में जल, वायु और ध्वनि प्रदूषण रोकने की जरूरत है। वर्तमान में एयर क्वालिटी इंडेक्स 190 है, जो कि खराब श्रेणी में आता है। पिछले पांच वर्षों में इंदौर में ध्वनि और वायु प्रदूषण में कमी आयी है। इंदौर शहर में सीएनजी और बैटरी चलित वाहनों को बढ़ावा देने की जरूरत है। इंदौर में राष्ट्रीय हरित अधिकरण के निर्देशों के पालन का प्रयास किया जा रहा है।

कमिश्नर डॉ. शर्मा ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के‍ जरिये कलेक्टर, आयुक्त नगर निगम, सीईओ एआईसीटीएसएल, सीईओ स्मार्ट सिटी, प्रबंध संचालक ए.के. वी.एन., क्षेत्रीय परिवाहन अधिकारी, खाद्य अधिकारी, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग, महाप्रबंधक उद्योग, संयुक्त संचालक ग्राम एवं शहर निवेश, मुख्य चिकित्सा एवं स्वस्थ्य अधिकारी, संयुक्त संचालक कृषि, क्षेत्रीय अधिकारी मध्यप्रदेश प्रदूषण निवारण मण्डल को इंदौर संभाग में प्रदूषण कम करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर उपायुक्त सपना सोलंकी भी मौजूद थी।