Indore : जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा आदर्श आचार संहिता का पालन करने के महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला को निर्देश

Suruchi
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चुनावों के दौरान प्रचार व अन्य चुनावी गतिविधियों के लिए एक विस्तृत आचार संहिता मौजूद है ,जिसका समय-समय पर उलंघन अक्सर चुनावों के दौरान देखने को मिलता है। इंदौर नगरीय निकाय चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता का पालन करने के इंदौर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष सिंह द्वारा एक महापौर प्रत्याशी को निर्देश दिए गए हैं।

महापौर पद के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी संजय शुक्ला को कारण बताओ नोटिस मनीष सिंह द्वारा जारी किया

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बुधवार 22 जून को आचार संहिता के उल्लंघन पर महापौर पद के प्रत्याशी संजय शुक्ला को कारण बताओ नोटिस मनीष सिंह द्वारा जारी किया है। एडवोकेट हर्षवर्धन शर्मा और अमित रावल की शिकायत के संदर्भ में जारी किए गए इस नोटिस में बताया गया कि उपरोक्त एड़वोकेटों की शिकायत के अनुसार संजय शुक्ला द्वारा विधानसभा क्रमांक 2 में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को हाथों में लेकर व सर पर उठा कर महापौर चुनाव में सनातन हिन्दू धर्म के अनुयायियों के द्वारा वोट देने की अपील की जा रही है। साथ ही उक्त चुनाव प्रचार की फोटो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई है।

आदर्श आचार संहिता की कंडिका 1(2) का किया गया उलंघन

नोटिस में बताया गया की महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला द्वारा आदर्श आचार संहिता की कंडिका 1 (2) का किया उलंघन किया गया है, जिसके अनुसार ‘मत प्राप्त करने के लिए धार्मिक, साम्प्रदायिक या जातीय भावनाओं का सहारा नहीं लिया जाना चाहिए।

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मनीष सिंह ने नोटिस में आगे लिखा है कि इस आदर्श आचार संहिता का पालन करना सभी के लिए आवश्यक है, जिसका कि आपके द्वारा उलंघन किया गया है। अतः आप नोटिस प्राप्ति के 24 घंटे के भीतर यह कारण स्पष्ट करें की क्यों ना आपके विरुद्द आदर्श आचरण संहिता के उलंघन के आधार पर सुसंगत धाराओं में वैधानिक कार्यवाही की जावे। समय सीमा में समाधान कारक जवाब ना प्रस्तुत करने की दशा में एक पक्षीय कार्यवाही की जावेगी।

उपरोक्त कारण बताओ नोटिस के जवाब में महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला ने कहा है कि उनके द्वारा कभी भी भगवान कृष्ण की मूर्ति को हाथों या सर पर सख कर चुनाव प्रचार व मतदान की अपील नहीं की गई । उन्होने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान एक बच्ची मुझे तिलक करने के लिए लाइ थाली में अपने लड्डू गोपाल भी रखकर लाई थी। संस्कार व श्रद्धावश मैंने उक्त मूर्ति को प्रणाम किया और सिरमाथे से लगाया था ।

फेसबुक पर पोस्ट की गई तस्वीर उसी दौरान की है। उन्होंने बताया की महापौर चुनाव में उनकी लोकप्रियता से घबराकर विरोधी पार्टी के लोग उन्हें झूठे आचार संहिता के उलंघन के मामले में फंसाना चाहते हैं व मेरे चुनाव प्रचार में बाधा डालना चाहते हैं । अतः श्रीमान से निवेदन है कि मेरे उपरोक्त जवाब के आलोक में मेरे विरुद्ध की गई उपरोक्त झूठी शिकायत को निरस्त किया जाए। एवं शिकायतकर्ता को निर्देशित किया जाए कि वे बिना तथ्यात्मक प्रमाण के असत्य आधारों पर इस तरह की शिकायतें ना करें।