भिक्षुक मुक्त अभियान के अंतर्गत देश के 10 शहरो में से एक इंदौर, भिक्षुको के संबंध में सर्वे कराने के दिए निर्देश

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दिनांक 12 फरवरी 2021: आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा भिक्षुक मुक्त अभियान के अंतर्गत देश के 10 शहरो में से इंदौर को भी चयनित किया गया है। भिक्षुको के पुनर्वास के संबंध में विगत दिनो सांसद शंकर लालवानी एवं संभाग आयुक्त तथा निगम प्रशासक डॉक्टर पवन शर्मा निगमायुक्त प्रतिभा पाल द्वाराबैठक आयोजित कर भिक्षुको के संबंध में सर्वे कराने के भी निर्देश दिये गये थे।

इसी क्रम में आज इंदौर शहर में भिक्षुको के पुर्नव्यवस्थापन तथा संवहनीय आजीविका हेतु आज रविन्द्र नाटयगृह में कार्यशाला आयोजित की गई। इस अवसर पर कार्यशाला में अपर आयुक्त एसकृष्ण चैतन्य, श्रृंगार श्रीवास्तव, सहायक आयुक्त शरद पाराशर, उपायुक्त नरेन्द्र शर्मा, आईएसएसडब्ल्यु काॅलेज के प्रोफेसर डाॅ. राजेन्द्र कुमार शर्मा, विकलांग कल्याण संस्था के ज्ञानेन्द्र पुरोहित, वृद्धाश्रम के यश पाराशर, सांसद प्रतिनिधि पंकज फतेहचंदानी, सिटी मैनेजर निखिल कुलमी व अन्य उपस्थित थे।

 

इस अवसर पर अपर आयुक्त श्रृंगार श्रीवास्तव द्वारा एक प्रयास भिक्षुको के पुर्नव्यवस्थापन तथा संवहनीय आजीविका के संबंध में विस्तार से प्रेजेटैंशन के माध्यम से जानकारी दी गई एवं आईएसएसडब्ल्यु काॅलेज के प्रोफेसर डाॅ. राजेन्द्र कुमार शर्मा, विकलांग कल्याण संस्था के ज्ञानेन्द्र पुरोहित, वृद्धाश्रम के यश पाराशर द्वारा भी उदबोधन दिया गया।

इस अवसर पर अपर आयुक्त एसकृष्ण चैतन्य ने बताया कि भिक्षुको के पुर्नवास योजना के लिये निगम के साथ ही अन्य शासकीय व गैर शासकीय संस्थाऐं का दायित्व रहेगा कि इस सर्वेक्षण कार्य के साथ ही आगामी कार्यवाही हेतु आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करे। इस योजना में शासकीय व गैर शासकीय संस्थाऐं सर्वेक्षण के दौरान व इसके पश्चात यह भी सुश्चित करेगी कि चिंहाकित व्यक्ति के जीवन में क्यां परिवर्तन आया है और इस संबंध में सुझाव भी देगी। उन्होने बताया कि आज कार्यशाला में सर्वेक्षण के संबंध में जानकारी दी जा रही है किंतुत निगम व सहयोगी संस्थाओ द्वारा ग्राउण्ड पर सर्वेक्षण कार्य प्रारंभ किया गया है। आप सभी नोडल अधिकारी नरेन्द्र शर्मा से समन्वय कर सहयोग करे। सर्वे के लिये मोबाईल एप बनाया गया है।

उपायुक्त नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि भिक्षुको के सर्वेक्षण एवं क्रियान्वयन प्रकिया हेतु नगर निगम इंदौर के साथ ही सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, व्यवयसायिक एवं तकनीकि शिक्षा विभाग, पुलिस प्रशासन विभाग, यातायात प्रशाससन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग साथ मिलकर कार्य करेगे। साथ ही निकाय स्तर पर वार्ड लेबल पर कार्यरत अमले के संयुक्त रूप से गठित दल के माध्यम से भिक्षावृत्ति स्थलो/भिक्षुको के रहवास स्थलो पर मौके स्थान पर जाकर सर्वेक्षण प्रपत्र भरा जावेगा, इस हेतु अत्याधुनिक तकनीकि सर्वेक्षण मोबाईल एप का इस्तेमाल किया जायेगा। इस अभियान का लक्ष्य भिक्षावृत्ति करने वाले लक्षित समुदाय को भिक्षावृत्ति के स्थान पर यथा योग्य पुर्नव्यवस्थापन करते हुए उन्हे आश्रय सुरक्षा, आजीविका सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करते हुए भिक्षावृत्ति के प्रवृत्ति से अलग करना एवं भिक्षुक मुक्त इंदौर बनाना परियोजना का लक्ष्य है।

इसके साथ ही परियोजना की वर्तमान क्रियान्वन स्थिति के अंतर्गत मोबाईल एप के माध्यम से भिक्षुको का सर्वेक्षण करना, क्षेत्रीय दृष्टि से शहर का चार क्लस्टर में विभाजन करना, प्रतिमाह समीक्षा बैठक के माध्यम से परियोजना प्रगति पर संबंधित विभागो से समन्वय कर परियोजना का क्रियान्वयन करना।