सिलावट का निर्देश, बांध और नहरों के रख-रखाव में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हो

Shivani Rathore
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इंदौर : जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और स्वास्थ्य मंत्री श्री प्रभुराम चौधरी ने रायसेन के सम्राट अशोक सागर बांध स्थित एमपी टूरिज्म के सभा गृह पर आयोजित समीक्षा बैठक में निर्देश दिए की बांध की दीवार पर बनी सड़क को बनाया जाए। दीवार के दोनों ओर सुरक्षा की दृष्टि से रेलिंग भीं लगाई जाए। इसके साथ ही बांध के पास की सड़क को बनाने के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए है।

मंत्री श्री सिलावट ने विभागीय अधिकारियों से कहा की बांध से लाभान्वित सभी किसानों से लगातार चर्चा करें। पुरानी जल समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर सुझाव भी लें। स्थानीय जन- प्रतिनिधियों से भी चर्चा करें। बांध से लगभग विदिशा के 115, रायसेन के 35 और भोपाल जिले के 11 गांव के 12 हजार से अधिक किसान लाभान्वित होते है। उनसे सतत संपर्क में रहकर संवाद स्थापित किया जाए। स्थानीय सांसदों, विधायकों से सुझाव लेते रहे। उनसे संवाद रखे।

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि डेम से सिंचाई का पानी देने से पहले सभी किसानों के साथ बैठक करे, यदि कोई नहर टूटी है तो उसको पहले सुधारे। मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिए की डेम से निकलने वाली नहरों का निरीक्षण करें और उनके रख रखाव की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिए की डेम, नहरों के आसपास यदि अतिक्रमण है तो उसे तुरंत हटाया जाए। बांध से पानी ओवर फ्लो और बाढ़ की स्थिति में क्षेत्र डूब अद्यतन जानकारी दें। बांध से ओवर फ्लो की स्थिति में बेस्टवियर से पानी निकालने के लिए 24 करोड़ की कार्ययोजना को तुरंत समीक्षा कर टेंडर लगाने के निर्देश भी दिए है। डेम से ओवर फ्लो होने की स्थिति से निपटने के लिए विभाग ने कार्य योजना बनाई है। इसके लिए गहरीकरण कर अलग से गेट लगाए जायेंगे और अतिरिक्त पानी निकाला जाएगा।

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि जल संसाधन विभाग की बैठक में स्थानीय विधायक, मंत्री को भी आमंत्रित किया जाए, निर्माण कार्यों के उद्घाटन में भी सभी स्थानीय नेताओं को भी बुलाये जाने के निर्देश दिए है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा की स्थानीय नगरीय निकायों को पीने का पानी दिया जा रहा है। इसके लिए भी सभी संबंधित निकायों से पेयजल की बकाया राशि वसूल करने की करवाई की जाए। रायसेन से 88 लाख और विदिशा से 72 लाख रुपए की राशि ली जाना बकाया है। उन्होंने डेम के कैचमेंट क्षेत्र और नहरों के किनारे वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में सभी डेमो और नहरों के आसपास खाली जगहों पर व्यापक वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए है।

मछली पालन की समीक्षा करते हुए श्री सिलावट ने बांध में केज में पाली जा रही मछली पालन को भी देखने मंत्री मोटर बोट से पहुँचे और उच्च गुणवत्ता की मछली पालने को कहा। उन्होंने हलाली डेम में मछली की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए अच्छा बीज भी डालने के निर्देश भी दिए है। अधिकारियों को कहा की सभी मछुआरों के मछुआ क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाए जाए। नाव और जाल के लिए भी अनुदान की व्यवस्था हो। कोविड में यदि किसी मृत्यु हुई है तो उसके आश्रित को तुरंत अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।