जब कोरोना की तीसरी लहर का खतरा सर पे मंडरा रहा हैं। ऐसे में भी हमारी संसद में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर हंगामा जारी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने विपक्षी दलों को कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी को लेकर ‘राजनीति’ नहीं करने की सलाह दी और इसके उत्पादन के लिए केंद्र की ओर से किये गये प्रयासों को गिनाया।
इससे पहले कांग्रेस सांसद सुरेश धनोरकर ने इस विषय को सदन में उठाया था। जिसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि ऐसे हालात में भी कुछ लोग राजनीति करना नहीं छोड़ रहे। उन्होंने कहा – मैं अपील करता हूं कि हमारे ईमानदार प्रयासों को देखें। यह राजनीति का विषय नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा, ‘‘मैं बताना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों की बैठक में कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से मौत के आंकड़ों को छिपाने की जरूरत नहीं है। ये सामने आने चाहिए।’’
उन्होंने इस मामले में राज्य सरकारों को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र ने तीन बार राज्यों को पत्र लिखकर उनसे ऑक्सीजन की कमी की वजह से मारे गये लोगों की संख्या बताने को कहा था। और इस बाबत राज्यों से आंकड़े भी मांगे थे लेकिन केवल पंजाब सरकार ने ही जवाब दिया कि इस तरह की मृत्यु के केवल चार संदिग्ध मामले आये और इस मामले में जांच जारी है।