इंदौरी युवाओं ने अयोध्या में बनाई व्हाइट टॉपिंग तकनीक से सड़क, 25 साल तक जीरो मेंटेनेंस डामर, सीमेंट-कांक्रीट से होगी दोगुना मजबूत

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अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही है, वहीं इन तैयारियों के बीच इंदौर का नाम रोशन हुआ है। बता दें शहर के 2 युवाओं ने देश में पहली बार अयोध्या में मुख्य द्वार से हनुमानगढ़ी होते हुए प्रभु श्री राम के मंदिर तक व्हाइट टॉपिंग और स्टैम्प्ड कांक्रीट तकनीक से सड़क बनाई है। बताया जा रहा है इन दोनों युवाओं की कंपनी ने IIT खड़गपुर के साथ पहले इस रिसर्च प्रोजेक्ट को किया है। बता दें इसकी खासियत ये है कि 25 साल तक सीमेंट कांक्रीट की सड़क को कुछ नहीं होता है। इसमें सड़क की गुणवत्ता से प्रभावित यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने युवाओं की तारीफ करते हुए उत्तरप्रदेश के अन्य जिलों में इसी तकनीक की सड़क बनाने के निर्देश भी दिए हैं।

जानकरी के मुताबिक ये दोनों युवक इंदौर के स्कीम नंबर 78 के निवासी हैं, जिनका नाम रणबीर सिंह और बलबीर सिंह है। बता दें अक्टूबर 2022 में दाेनाें ने कंपनी बनाई थी और इससे पहले ये दोनों युवा किसी अन्य बड़े ग्रुप के साथ महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, झारखंड में भी काम कर चुके हैं। इन युवाओं के द्वारा अयोध्या में बनाई सड़क 800 मीटर की है। इन्होंने गुणवत्ता के साथ पूर्णता का प्रमाण पत्र भी लिया है। अब इसी तकनीक से अब ये कंपनी उत्तरप्रदेश और गुजरात के अन्य शहरों में भी काम कर रही है।

क्या है व्हाइट टॉपिंग तकनीक

एक्सपर्ट के मुताबिक डामर और सीसी वाली सड़क काली होती है। लेकिन ये बिल्कुल सफेद रंग की होती है। इसमें सफेद सीमेंट ऊपर से डाला जाता है। बता दें इस सड़क में 40 MM की रोड़ी, पाेलीविलान फाइबर और केमिकल डाला जाता है। सीमेंट की सड़क में 30mm की रोड़ी इस्तेमाल होती है। ये तकनीकी संसाधनों से बनाई जाती है और इसमें 25 साल तक मेंटेनेंस का खर्च नहीं आता है। इसके अलावा सामान्य सड़क की अपेक्षा ये सस्ती और नई तकनीक है। वहीं कांक्रीट की रोड में कन्वेंशनल लेयर मोटी होती है और इसमें खुदाई नहीं करना होती है। यदि बिटुमिन रोड है तो शहर के हिसाब से जल्दी कांक्रीट हो जाता है।