इंदौर नगर निगम में उजागर हुए ड्रेनेज घोटाले में निगम ने कार्रवाई की है। जिसमें विनियमितकर्मी सुनील भंवर और भूपेन्द्र पुरोहित को लेखा विभाग से ट्रेंचिग ग्राउंड ट्रांसफर कर दिया गया है।
बता दें नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से कार की डिक्की में रखी फाइलें चोरी हो गई, जिसकी रिपोर्ट भी एमजी रोड थाने पर ही घोटाले उजागर होने के एक महीने पहले दर्ज करवाई गई थी । तह पर यह सिर्फ 28 करोड़ का घोटाला ही दिख रहा है, मगर इसकी खुदाई ड्रेनेज की तरह ही अगर की जाए तो यह 150 करोड़ या उससे भी अधिक तक पहुंच जाएगा,
हालांकि महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी इस पूरे घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग जहां प्रमुख सचिव से की है, वहीं उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य का विषय है कि जिस अधिकारी को इस घोटाले की जांच करना