इंदौर(Indore): इंदौर का मास्टर प्लान अफसरों के हिसाब से बन रहा है, चाहे जो इलाका ग्रीन बेल्ट में डाला जा रहा है और कई इलाके के उपयोग मनमाने तरीके से बदले जा रहे हैं। लोगों की सुविधा के लिए मास्टर प्लान में जो बताया जाता है। उसके हिसाब से कोई काम नहीं किया जाता।
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यह मानना है इंदौर के अभ्यास मंडल का जिनकी अगुवाई में कल एक प्रतिनिधि मंडल भोपाल जा रहा है। मंत्री तुलसी सिलावट के साथ यह दल आवास एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह से मिलेगा उनसे कहा जाएगा कि इंदौर का मास्टर प्लान देशभर के विशेषज्ञ की टीम बनाकर बनाया जाए। जब होलकर शासन के समय विशेषज्ञों ने प्लान बनाया था। तो उसके कारण इंदौर का सही विकास हुआ था। अब अफसर सेटेलाइट इमेज के हिसाब से डिजाइन करते हैं।
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राजनीतिक हिसाब से काम होता है, इसलिए जो इस शहर के हर तरह के विकास की बात करे वैसे इंजीनियरों की टीम तैयार करना चाहिए। लोगों से जो सुझाव अफसर लेते हैं, उसको मास्टर प्लान में शामिल नहीं करते हैं। जो पूर्व में मास्टर प्लान बना था, उसके हिसाब से अभी तक सड़कें तक नहीं बनी। अब 2035 के हिसाब से नहीं 2050 के हिसाब से इंदौर का मास्टर प्लान बने। अभ्यास मंडल के अजीत सिंह नारंग ने बताया कि कल सुबह 10 बजे भोपाल में मंत्री भूपेंद्र सिंह से 20 सदस्य दल मिलेगा। कल भोपाल जा रहा प्रतिनिधिमंडल का हर सदस्य इस तरह की टीशर्ट पहनकर मंत्री से मिलेगा।