Indore : मालवांचल यूनिवर्सिटी में आजादी के अमृत महोत्सव में चंद्रशेखर आजाद विषय पर सेमिनार किया आयोजित

Share on:

इंदौर(Indore) : मालवांचल यूनिवर्सिटी द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव में स्वतंत्रता संग्राम में चंद्रशेखर आजाद का योगदान विषय पर सेमिनार संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि समाजेसवी डॅा.अनिल भंडारी, जिला सह प्रमुख बौद्धिक शाखा आरएसएस विवेक अस्थाना और माउंट लिट्रा जी स्कूल के प्राचार्य श्याम अग्रवाल उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत मालवांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति एन के त्रिपाठी ने कहा कि आज युवाओं को चंद्रशेखर आजाद के जीवन को समझना होगा।

जिस तरह उन्होंने इतनी कम उम्र में आजादी के लिए अपना बलिदान दिया वह सबसे अभूतपूर्व है। समाजसेवी डॅा.अनिल भंडारी ने कहा कि हमें आजादी किस तरह मिली इसकी बारे में सोचना बहुत जरूरी है। मेरा मानना है कि हमें आज भगवान और अपने परिवार के साथ चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिवीरों की एक तस्वीर भी लगाना चाहिए। चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों की बदौलत ही युवाओं और इस देश आजाद हिंदुस्तान देखना नसीब हुआ है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी आज डॅाक्टर,इंजीनियरिंग या बिजनेसमैन हमें खुद से पहले देश और शहर के बारे में सोचना चाहिए।

Read More : त्योहारों पर केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों को सरकार से मिले तोहफे को CCEA की बैठक में मिली मंजूरी, 4% बढ़ा महंगाई भत्ता

यह बात मैंने अपने करियर में 30 वर्षों के अनुभवों से सीखी है। इंडेक्स मेडिकल कॅालेज और चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया और उनकी टीम ने कोरोनाकाल में जिस तरह प्रशासन के साथ मिलकर लोगों की जान बचाई है। इस योगदान को शायद हम कभी नहीं भूल सकते है। इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया और वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया,इंडेक्स समूह के डायरेक्टर आर एस राणावत,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित सेमिनार की सराहाना की।

आजादी इतनी सहज तरीके से नहीं मिली

विवेक अस्थाना ने कहा कि आज आजादी के अमृत महोत्सव के सही मायनों को समझना होगा। हमें आजादी इतनी सहज नहीं है कुछ सभाओं और आंदोलन की वजह से हमें मिल गई है। हमें आजादी के उस दौर के इतिहास को हम लोगों को भूलना नहीं चाहिए। कई क्रांतिकारियों के बलिदान के कारण हमें यह आजादी मिली है। भारतीयों को उन गौरवशाली इतिहास को को जीवनभर याद रखना होगा। उन्होंने कहा कि इस भारत को आप केवल एक धरती का टुकड़ा नहीं मानना चाहिए। जिस तरह चंद्रशेखर आजाद ने इस भारत मां के लिए कुछ करने की चेतना को अनुभव किया और इस देश के लिए अपने सुख और दुख को भूल गए।

Read More : हद से ज्यादा बोल्ड हुई Shweta Tiwari, ऐसी ड्रेस पहन उड़ाए फैंस के होश

इतनी कम उम्र में अपना सर्वस्व मां भारती के लिए न्यौछावर कर दिया। आज क्रांतिकारियों की इस सोच के बदौलत आप और हम मिलकर आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन कर पा रहे है। श्याम अग्रवाल ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद मप्र के भाभरा गांव में जन्म लिया वहां खाने के लिए भी तरसना पड़ता था। उस दौर से निकलकर शिक्षित होकर अभाव की जिंदगीं से आगे निकलकर देश और आजादी के मायनों को समझा है। उन क्रांतिकारियों का बलिदान है कि हम और आप आज देश में 75 वां आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है।

आज युवाओं को हमारे आजाद देश के हर उस बलिदानी और क्रांतिवीर के बारे में जानना और समझना चाहिए। मालवांचल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॅा. एम क्रिस्टोफर,इंडेक्स मेडिकल कॅालेज के डीन डॅा.जीएस पटेल,प्राचार्या डॅा.रेशमा खुराना,अजय कुमार गौड़ सहित शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॅा.राजेंद्र सिंह और डॅा.पूनम तोमर राणा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। संचालन डीआरएक्स शिवानी पाटीदार ने किया।

Source : PR