इस तरह होगा सरस्वती नदी का जीर्णोद्धार, खर्च किए 80 करोड़ रुपए

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इंदौर : सरस्वती नदी के जीर्णोद्धार के तहत 208 मेजर आउट फाल एवं 278 घरेलू आउटफाल ट्रैप किए गए. इसके लिए सरस्वती नदी के उद्गम बीजलपुर तालाब पर एसटीपी प्लांट का निर्माण किया गया है, जिसमें रेती मंडी हवा बंगला तरफ से आने वाले ड्रेनेज को ट्रैप किया गया है और यहां से 7 एमएलडी सीवर ट्रीट किया जाएगा. इसी प्रकार राजेंद्र नगर धन्वंतरी नगर सूर्यदेव नगर इस क्षेत्र के सीवरेज का ट्रेपिंग कर राजेंद्र नगर प्रतीक सेतु पर एसटीपी का निर्माण किया गया है. जहां पर 8 एमएलडी सीवरेज का ट्रीटमेंट होगा इसी क्रम में नहर भंडारा पर 11 एमएलडी का एसटीपी बनाया गया है. बता दें कि इसमें सिलीकान सिटी एवं बाईपास से आने वाली सभी कालोनियां ट्रेजर टाउनशिप आदि का सीवर ट्रैप कर ट्रीटमेंट किया जाएगा.

इन सभी एसटीपी से 26 एमएलडी सीवर का ट्रीटमेंट प्रस्तावित है. जिसमें कि वर्तमान में लगभग 18 एमएलडी सीवर का ट्रीटमेंट किया जाएगा और सरस्वती नदी में इन्हें छोड़ा जाए इस क्षेत्र में लगभग 60 किलोमीटर सीवर लाइन डाली गई है. इस प्रोजेट की लागत 80 करोड रुपए बताई जा रही है.

शहर की प्रसिद्द सरस्वती नदी के किनारे शेष रहे आउट फॉल ट्रेपिंग जोकि विजय पैलेस क्लॉथ मार्केट स्कीम नंबर 103 गुरु नानक कॉलोनी लोकमान्य नगर काटजू कॉलोनी जोशी मोहल्ला चंद्रभागा के आउटफाल टैपिंग हेतु करीब 15 किलोमीटर ड्रेनेज लाइन डाली गई है. जहां इस कार्य पर लगभग 5 करोड रुपए खर्च हुए हैं. जिससे घरेलू और निगम के आउटफाल ट्रैप हुए हैं. इसके अंतर्गत सिंहस्थ नाला टैपिंग के तहत इस क्षेत्र में करीबन 20 किलोमीटर सीवर लाइन डाली गई है और इसमें 10 करोड़ रु का व्यय हुआ है. इस प्रकार सरस्वती नदी को मिलने वाले सभी आउटफाल टैपिंग का कार्य किया गया है.