इंदौर : न अस्पताल में पेरामेडिकल स्टाॅफ, न इलाज करने वाले डॉक्टर्स, न हाईजिनिक इंतजाम, न मेडिकल नॉर्म्स लेकिन इतनी कमियों के बावजूद अस्पताल में इलाज जारी. यह कहानी है शहर के एरोड्रम क्षेत्र स्थित संयोग अस्पताल की. नाम के मुताबिक़, इस अस्पताल में काम भी संयोग से ही चल रहा था. हालांकि अब इस पर इंदौर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है.
अस्पताल की इस लापरवाही का ख़ुलासा जब हुआ जब इसके ख़िलाफ़ अवैध गर्भपात कराने की शिकायत सामने आई. इसके बाद जांच शुरू हुई तो संयोग अस्पताल की ख़ामियों का लंबा काला चिट्ठा देखने को मिला. अस्पताल में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं नदारद मिलीं.
कलेक्टर की अगुवाई में अस्पताल पर मारा छापा..
मामला जब कलेक्टर तक पहुंचा तो कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए एक जांच दल का गठन किया. जहां गुरुवार को कलेक्टर के जांच दल ने अस्पताल में छापा मारा और इन लापरवाहियों को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया. जांच में लापरवाहियों के अलावा जो महत्वपूर्ण बात का ख़ुलासा हुआ वो यह रही कि संयोग हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के भगवान भरोसे ही चल रहा था. अस्पताल को तत्काल सील करने का आदेश दिया गया, हालांकि महिला मरीज के कारण इसमें विलंब हुआ. महिला मरीज को अस्पताल से छुट्टी देने के बाद प्रशासन ने संयोग अस्पताल को सील कर दिया.